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दिल्ली में डीटीसी की पुरानी बसें चलाना लोगों के जीवन से खिलवाड़ हैः आदेश गुप्ता

आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया है कि डीटीसी की पुरानी बसों को चलाने का फैसला करके दिल्ली सरकार आम लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा बसों की आयु को लेकर पिछले काफी समय से सरकार को सचेत कर रही है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 06:27 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 07:37 AM (IST)
दिल्ली में डीटीसी की पुरानी बसें चलाना लोगों के जीवन से खिलवाड़ हैः आदेश गुप्ता
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता की फाइल फोटो

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया है कि दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की पुरानी बसों को चलाने का फैसला करके दिल्ली सरकार आम लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि डीटीसी के बेड़े में कुल 3760 बसें हैं जिनमें से 99 फीसद बसों की आयु पूरी हो चुकी है। नियम के अनुसार इन्हें सेवा से बाहर किया जाना चाहिए, लेकिन दिल्ली सरकार ने इन्हें तीन साल और चलाने का फैसला किया है।

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उन्होंने कहा कि भाजपा बसों की आयु को लेकर पिछले काफी समय से सरकार को सचेत कर रही है। सरकार इस मामले को नजरअंदाज कर रही है। बसों की खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी बनाकर शीघ्र समस्या हल करने के दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। नई बसों के रखरखाव को लेकर जारी निविदा में गड़बड़ी का मामला सामने आया है जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार बसों की कमी दूर करने के बजाय दिल्लीवासियों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है।

उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व दिल्ली सरकार द्वारा कराए गए अध्ययन के अनुसार दिल्ली में 11 हजार बसों की जरुरत है। इसी आधार पर दिल्ली सरकार ने अदालत में शपथपत्र दाखिल किया है। वहीं, डीटीसी के पास लगभग 50 बसें हैं जिन्हें चलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि अदालत ने आयु पूरी कर चुकी बसों के संचालन पर रोक लगा दिया तो दिल्लीवासियों को कहीं आने जाने में भारी परेशानी होगी। सरकार ने कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है।


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