Delhi: शिक्षा निदेशालय का बड़ा फैसला, नर्सरी और केजी में दाखिले के लिए उम्र सीमा में मिल सकती है छूट
राजधानी दिल्ली के 1700 से ज्यादा स्कूलों में नर्सरी केजी और पहली के छात्रों के लिए अच्छी खबर है। शिक्षा निदेशालय की ओर से नया फैसला किया गया है जिसमें दाखिले के लिए न्यूनतम और अधिकतम उम्र सीमा में एक माह की छूट दी जा सकती है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी के 1700 से अधिक निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी और पहली में दाखिले की प्रक्रिया चल रही है। इसी बीच, शिक्षा निदेशालय की ओर से फैसला किया गया है कि दाखिले के लिए न्यूनतम और अधिकतम उम्र सीमा में एक माह की छूट दी जाए। हालांकि, ये छूट निदेशालय अपने स्तर पर नहीं देगा। इसके लिए अभिभावकों को प्रधानाचार्य से संपर्क करना होगा।
जिन अभिभावकों के बच्चे की उम्र दो साल 11 माह या चार साल एक माह है वो दाखिले के लिए आवेदन करने के बाद संबंधित स्कूलों के प्रधानाचार्यों को इस छूट को पाने के लिए निवेदन करना होगा। प्रधानाचार्या फिर इस निवेदन पर अपने स्तर पर दाखिले की उम्र सीमा में छूट देंगे।
इसी सत्र में अभिभावक कराए दाखिला
बता दें कि दाखिला प्रक्रिया के बीच कई ऐसे अभिभावक भी है जो बच्चे की उम्र सीमा को लेकर संशय में हैं या बच्चे की उम्र को बहुत छोटा समझ कर अगले साल दाखिला कराने की सोच रहे हैं। नर्सरी में दाखिला को लेकर शिक्षा निदेशालय की ओर से तय उम्र सीमा 31 मार्च 2022 तक तीन से चार साल के बीच होनी चाहिए। ऐसे में जिन अभिभावकों के बच्चों की उम्र 31 मार्च 2022 तक दो साल 11 माह है वो अगली बार दाखिला कराने की सोच रहे हैं। लेकिन ऐसे अभिभावकों को बच्चे की कम उम्र को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। अभिभावक दाखिले के लिए देरी न करें बल्कि इसी सत्र में ही आवेदन करे।
दूरी तय करना हो रहा मुश्किल
सभी निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी और पहली में दाखिले को लेकर जो अंक तय किए हैं उनमें घर से दूरी (नेबरहुड) को सर्वाधिक अंक हैं। ये अंक सीट पक्की करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। लेकिन अब दूरी को नापना अभिभावकों के लिए मुश्किल हो रहा है। अभिभावकों के मुताबिक हर स्कूल का दूरी का पैमाना है। किसी स्कूल में तीन किलोमीटर तक की दूरी को 85 अंक मिलने का नियम हैं तो किसी में एक किलोमीटर तक की दूरी के 60 अंक का नियम।
ऐसे में अभिभावकों को हर स्कूल में दाखिले को लेकर आवेदन करने से पहले दूरी मापनी पड़ रही है। अभिभावक असमंजस में हैं कि दूरी गूगल मैप से देखनी है या स्कूल द्वारा दिए गए बस रूट से।
उनके मुताबिक कई स्कूलों ने दूरी मापने में आसानी के लिए अलग-अलग स्थानों के नाम भी लिखे हैं और स्कूल उसी के आधार पर दूरी मापेंगे। इसमें जो स्थान स्कूल के बिल्कुल नजदीक होता उसको सबसे अधिक अंक और जो सबसे दूर होता उसको सबसे कम अंक तय किए गए हैं।
यह भी पढ़ें- Delhi: नर्सरी में एडमिशन के लिए अगर आपके बच्चे की चार साल से अधिक है उम्र तो घबराए नहीं, करिए NCR का रुख
यह भी पढ़ें- Delhi Nursery Admission: दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू, यहां जानिए पूरी डिटेल