दिल्ली की हवा में फिर जहर घोल रहा है पराली का धुआं, बिगड़ रही है स्थिति
हरियाणा, पंजाब और एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में गेहूं की फसल की कटाई हो रही है। इसी क्रम में चोरी छिपे बहुत से किसानों ने फसलों के अवशेषों में आग भी लगानी शुरू कर दी है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। कुछ माह की राहत के बाद पराली के धुएं ने एक बार फिर दिल्ली की हवा में जहर घोलना शुरू कर दिया है। दिल्ली-एनसीआर का एयर इंडेक्स जो लंबे समय से सामान्य चल रहा था, खराब से बहुत खराब श्रेणी में पहुंच रहा है। स्थिति की गंभीरता को समझ केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने शुक्रवार को एनसीआर के तमाम प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों के अधिकारियों को तलब कर लिया है।
इन दिनों हरियाणा, पंजाब और एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में गेहूं की फसल की कटाई हो रही है। इसी क्रम में चोरी छिपे बहुत से किसानों ने फसलों के अवशेषों में आग भी लगानी शुरू कर दी है। इसी का नतीजा है कि दिल्ली-एनसीआर का एयर इंडेक्स बढ़ने लगा है।
स्थिति ज्यादा बिगड़ने की आशंका कम
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के एक अधिकारी ने भी स्वीकार किया कि पराली का धुआं दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब कर रहा है। सेटेलाइट की तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि जगह-जगह फसलों में आग जलाई जा रही है। दिल्ली और गाजियाबाद के एयर इंडेक्स में इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि अप्रैल-मई में पराली जलाने की घटनाएं बहुत ज्यादा नहीं होती हैं इसलिए स्थिति ज्यादा बिगड़ने की आशंका कम है।
धुआं दिल्ली तक पहुंच रहा है
उधर, सीपीसीबी ने भी दिल्ली-एनसीआर में पराली के धुएं का असर स्वीकार किया है। सदस्य सचिव ए. सुधाकर ने बताया कि पंजाब में तो अभी यह घटनाएं नियंत्रित हैं, लेकिन हरियाणा के कुछ जिलों में चोरी छिपे हो रही हैं। इसका धुआं दिल्ली तक पहुंच रहा है। हालांकि उन्होंने भी कहा कि गर्मियों में तेज हवा चलते रहने के कारण प्रदूषण ज्यादा देर तक टिका नहीं रहता। अलबत्ता, समय रहते इस पर ध्यान देना जरूरी है। इसलिए शुक्रवार को हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी बुलाए गए हैं।
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