उत्तर भारत में कोहरे का कहरः देरी से चल रहीं 54 ट्रेनें, यात्रियों की बढ़ी परेशानी
कोहरे से रेल यात्रियों की परेशानी कम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही है। रेल प्रशासन के मुताबिक, घने कोहरे के चलते 54 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। कोहरे से रेल यात्रियों की परेशानी कम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही है। न तो ट्रेन के रवाना होने का कोई निर्धारित समय रह गया है और न उसके गंतव्य पर पहुंचने के समय को लेकर कोई अनुमान लगाया जा सकता है। रेल प्रशासन के मुताबिक, घने कोहरे के चलते 54 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
भारतीय रेल और भारतीय रेलवे खानपान एवं पयर्टन निगम (आइआरसीटीसी) की वेबसाइट पर भी सही जानकारी नहीं मिल रही है। इससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ जा रही है। इससे मिलने वाली जानकारी के अनुसार जब वे स्टेशन पर पहुंचते हैं तो पता चलता है कि उनकी ट्रेन और देरी से रवाना होगी।
इससे रेलवे स्टेशनों पर भीड़ भी बढ़ रही है। हालात यह है कि वेटिंग रूम में भी लोगों को बैठने की जगह नहीं मिल रही है। वहीं, ट्रेनें रद होने की वजह से महीनों पहले सीट बुक कराने वाले यात्री परेशान हैं। सोमवार को भी कालका शताब्दी सहित लंबी दूरी की 12 ट्रेनें रद कर दी गईं।
मंगलवार को महाबोधि सहित छह ट्रेनें रद करने की घोषणा की गई है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यदि कोहरे का प्रकोप इसी तरह से जारी रहा तो कई ट्रेनों को एहतियातन अगले कुछ दिनों के लिए रद करने का फैसला लिया जा सकता है।
सोमवार को भी दिल्ली आने वाली लगभग 80 ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से पहुंचीं, जबकि 37 ट्रेनों के प्रस्थान समय में बदलाव करना पड़ा। सोमवार को रवाना होने वाली महाबोधि एक्सप्रेस अब 17 घंटे की देरी से मंगलवार सुबह पांच बजे और विक्रमशिला एक्सप्रेस साढ़े 12 घंटे की देरी से साढ़े तीन बजे चलेंगी।
कोलकाता राजधानी 10 घंटे, सियालदह राजधानी सवा आठ घंटे और पटना राजधानी सवा दो घंटे की राजधानी से रवाना हुईं। वहीं, फिरोजपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस तो लगभग साढ़े 14 घंटे की देरी से, गोंडवाना एक्सप्रेस 9 घंटे की देरी से रवाना हुईं।