नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी के सरकारी स्कूलों में विशेष टीजीटी शिक्षकों के कई पद बीते कुछ वर्षों से खाली हैं, जिसका खामियाजा छात्रों को उठाना पड़ रहा है। इन खाली पदों में से कुछ पर अतिथि शिक्षकों से काम चलाया जा रहा है, लेकिन अब इन खाली पदों पर जल्द ही स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। दिल्ली सरकार ने विशेष शिक्षक भर्ती नियमों में बदलाव किया है।

इसके तहत अब टीजीटी विशेष शिक्षकों के 75 प्रतिशत पद सीधी भर्ती से और 25 प्रतिशत पद पदोन्नति से भरे जाएंगे। ये पदोन्नति निगम स्कूलों में कार्यरत विशेष प्राइमरी शिक्षकों की होगी। अभी तक टीजीटी के सभी पदों पर सीधी भर्ती से ही पद भरे जाते थे। वहीं, निगम के स्कूलों में कार्यरत अन्य शिक्षक पदोन्नति से दिल्ली सरकार के स्कूलों में आते थे, लेकिन विशेष प्राइमरी शिक्षकों की पदोन्नति का कोई नियम ही नहीं था।

TGT विशेष शिक्षक के कुल 1757 पद हैं सृजित

राजधानी के कुल 1034 सरकारी स्कूल हैं। जिनमें विशेष टीजीटी शिक्षकों के कुल 1757 पद स्वीकृत हैं। इसमें 780 पद नियमित शिक्षक से भरे हुए हैं। 977 पद रिक्त हैं। इन 977 पदों पर 922 में टीजीटी विशेष अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। वहीं, दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) ने जुलाई 2022 में 364 पदों पर विशेष टीजीटी शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था। जिसकी परीक्षा होना अभी बाकी है।

यानि 1757 पदों में से लगभग 440 पद पदोन्नति से और 1317 पद सीधी भर्ती से भरे जाएंगे। अब 780 पद जो पहले से ही भरे हुए हैं वो सभी सीधी भर्ती से भरे गए हैं। चूंकि अभी तक पदोन्नति का कोई भर्ती नियम ही नहीं था। ऐसे में निदेशालय को लगभग 537 पद और सीधी भर्ती से भरने हैं।

नियमों के संसोधन को बताया गया अच्छा कदम

माडर्न इंडियन लैंग्वेजिस अध्यापक परिवार के महासचिव शम्सउद्दीन ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा भर्ती नियमों में संशोधन करना एक अच्छा कदम है। निगम में कार्यरत विशेष प्राइमरी शिक्षकों की पदोन्नति का रास्ता साफ हुआ है। वहीं, जिन 450 विशेष प्राइमरी शिक्षक पदों का सृजन हाल ही में शिक्षा निदेशालय में हुआ है, उन पदों को भी 25 प्रतिशत पदोन्नति में शामिल कर के शिक्षा निदेशालय को संशोधन करना चाहिए। 

स्पेशल एजुकेटर वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव मुहम्मद खुर्रम ने कहा अच्छा संशोधन है, क्योंकि निगम के विशेष प्राइमरी शिक्षकों को पदोन्नति का मौका ही नही मिल रहा था। अब दूसरे शिक्षकों की तरह विशेष शिक्षकों की भी पदोन्नति हो सकेगी।  

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शिक्षा के पूर्व संयुक्त सचिव रामचंद्र सिंघारे ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों में कई वर्षों से पीआरटी विशेष शिक्षकों का पद ही सृजित नहीं था। कुछ समय पहले 450 पद सृजित किए गए हैं, जिनमें शिक्षकों की नियुक्ति भी हुई है। नियुक्ति के बाद इन शिक्षकों के लिए भविष्य में पदोन्नति के रास्ते खोलने के लिए भर्ती नियमों में बदलाव किया गया है।

निदेशालय के साथ-साथ निगम के स्कूलों में कार्यरत विशेष पीआरटी शिक्षकों को भी पदोन्नति का मौका देना था, तो भर्ती नियमों में 75 प्रतिशत सीटें सीधी भर्ती और 25 प्रतिशत सीटें निगम के स्कूलों में कार्यरत विशेष पीआरटी शिक्षकों को पदोन्नति देकर भर्ती करने का बदलाव किया गया है।

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Edited By: Shyamji Tiwari