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Delhi Politics: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता की अगुवाई में लगातार तीसरी बार हारी भारतीय जनता पार्टी

Delhi Politics दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता के कार्यकाल में पार्टी को न तो निगम उपचुनाव में मिली जीत और न विधानसभा में। कहा जा रहा है कि पंजाबी मतदाताओं में भी पकड़ कमजोर हुई है।

By Jp YadavEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 06:50 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 08:18 AM (IST)
Delhi Politics: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता की अगुवाई में लगातार तीसरी बार हारी भारतीय जनता पार्टी
Delhi Politics : राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव में हार से प्रदेश भाजपा नेतृत्व पर उठे सवाल

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। दिल्ली नगर निगम उपचुनाव के बाद राजेंद्र विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को मिली हार से प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं। पार्टी के लिए सबसे ज्यादा चिंता की बात वर्षों से उसके समर्थक माने जाने वाले मतदाताओं का उससे दूर जाना है। इस स्थिति में पार्टी नेतृत्व की रणनीति और संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा और सुधार की जरूरत बताई जा रही है जिससे कि भविष्य के चुनावों में प्रदर्शन सुधर सके।

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विधानसभा में मिली हार के बाद भाजपा नेतृत्व ने जून, 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी की जगह आदेश गुप्ता को प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी थी। उम्मीद की गई थी इससे पार्टी में गुटबाजी दूर होगी और संगठन जमीन पर मजबूत होगी, लेकिन स्थिति सुधरने की जगह बिगड़ती चली गई।

आदेश गुप्ता के कार्यकाल में अबतक निगम व विधानसभा के उपचुनाव हुए और भारतीय जनता पार्टी को सभी में हार का सामना करना पड़ा। मार्च, 2021 में पांच नगम वार्डों में उपचुनाव हुए थे और भाजपा को सभी वार्डों में पराजय का सामना करना पड़ा था।

शालीमारबाग भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता था और उपचुनाव से पहले पार्टी का इस वार्ड कब्जा था। उपचुनाव में पार्टी यह वार्ड भी गवा दी थी। निगम में पार्टी की सत्ता होने के बावजूद एक भी वार्ड नहीं जीतने पर कई नेताओं ने सवाल उठाए थे, जिसे नजरअंदाज कर दिया गया था।

निगम उपचुनाव में हार के बाद पार्टी के लिए राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर आम आदमी पार्टी (आप) के सामने मजबूत चुनौती पेश करने का मौका था लेकिन इसमें भी निराशा हाथ लगी।

इस सीट पर पार्टी को सबसे ज्यादा उम्मीद राजेंद्र वार्ड से था क्योंकि यहां पंजाबी मतदाता सबसे अधिक हैं। इसके विपरीत पार्टी यहां से भी पिछड़ गई। इससे माना जा रहा है कि पंजाबी मतदाताओं के बीच भाजपा की पकड़ कमजोर हो रही है।

भाजपा उम्मीदवार राजेश भाटिया, पूर्व उम्मीदवार व राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह के साथ ही पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर यहीं के रहने वाले हैं। नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में यह क्षेत्र पड़ता है और मीनाक्षी लेखी यहां की सांसद हैं। संगठनात्मक ²ष्टि से यह करोलबाग जिला में आता है और प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता यहीं के रहने वाले हैं।

बताया जा रहा है भाजपा नेताओं की उपेक्षा से पंजाबी नाराज हैं।चुनाव परिणाम आने के बाद से इंटरनेट मीडिया पर भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक प्रदेश नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

राष्ट्रीय नेतृत्व से दिल्ली में संगठनात्मक बदलाव की मांग हो रही है। उनका कहना है कि यदि समय रहते दिल्ली पर ध्यान नहीं दिया गया तो पार्टी की पकड़ और कमजोर होगी। भविष्य में होने वाले नगर निगम, लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। 


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