केशवपुरम इलाके में दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर का शव संदिग्ध परिस्थिति में कार से बरामद
उत्तर पश्चिम जिले के केशवपुरम इलाके से दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर का शव संदिग्ध परिस्थिति में कार से बरामद हुआ है। मृतक की पहचान विशाल कुमार के रुप में हुई है।
नई दिल्ली (धनंजय मिश्रा)। उत्तर पश्चिम जिले के केशवपुरम इलाके से दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर का शव संदिग्ध परिस्थिति में कार से बरामद हुआ है। मृतक की पहचान विशाल कुमार के रुप में हुई है। वह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात थे। मिली जानकारी के अनुसार उत्तर पूर्वी जिले में हुए दंगो की जांच टीम में ये शामिल थे।
उत्तर-पश्चिम जिले के केशवपुरम थाना क्षेत्र में शनिवार दोपहर एक कार में संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला है। शव की पहचान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात इंस्पेक्टर विशाल के रूप में हुई है। आसपास के लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया है।
फिलहाल पुलिस ने मृतक के परिजन को सूचना दे दी है। वहीं, मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। पुलिस के मुताबिक शनिवार शाम साढ़े तीन बजे के आसपास रामपुरा मैन रोड केशवपुरम में सड़क के किनारे एक कार में कोई व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितियों में होने की सूचना मिली। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। कार हरियाणा नंबर की थी।
कार के चालक वाली सीट पर एक व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा हुआ था। पता चला कि व्यक्ति मृत अवस्था में था। पुलिस ने जब कार का दरवाजा खोला ताे वह आसानी से खुल गया। वहीं कार के अंदर एसी नही चल रहा था।
कार के अंदर पड़े व्यक्ति की पहचान दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल में तैनात इंस्पेक्टर विशाल के रूप में हुई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विशाल शालीमार बाग में पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। उनकी तैनाती लोधी
रोड स्थित स्पेशल सेल के कार्यालय में थी।
विशाल की कार मेन रोड रामपुरा के एक दुकान के सामने सुबह 11 बजे से खड़ी थी। दुकानदार ने शाम को तीन
बजे के आस-पास देखा तो कार के अंदर बैठा व्यक्ति कोई हरकत नहींं कर कर रहा था। उसे शक हुआ तो उसने पुलिस को जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को पता चल सकेगा। वहीं, बताया जा रहा है कि विशाल बीते डेढ़ साल से स्पेशल सेल में तैनात थे। इससे पहले वह बाहरी उत्तरी जिला के थानों के एटीओ भी रह चुके थे। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।