Move to Jagran APP

Delhi: 12 दिन में दो बार बिकी ढाई महीने की बच्ची, पिता समेत चार लोग गिरफ्तार

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि अभी मामलें में पांच लोग गिरफ्तार हुए हैं। अब आयोग बच्ची के पुनर्वास पर काम कर रहा है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 04:36 PM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 07:59 AM (IST)
Delhi: 12 दिन में दो बार बिकी ढाई महीने की बच्ची, पिता समेत चार लोग गिरफ्तार
Delhi: 12 दिन में दो बार बिकी ढाई महीने की बच्ची, पिता समेत चार लोग गिरफ्तार

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। बुराड़ी थाना क्षेत्र में पिता ने रुपये के लिए अपनी ढाई माह की बच्ची को एक महिला के हाथों बेच दिया। उस महिला ने बच्ची को 80 हजार रुपये लेकर अन्य निसंतान दंपति के हवाले कर दिया। बच्ची 12 दिन में दो बार बेची गई। इसी बीच पिता को पता चला कि बच्ची उस महिला के पास नहीं है जिसे उनसे बेचा था। इसके बाद उसने इसकी शिकायत दिल्ली महिला आयोग में की। बाद में इसी सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद बुराड़ी थाना पुलिस ने सात घंटे की छापेमारी के बाद बच्ची को पुरानी दिल्ली के चावड़ी बाजार निवासी संजय मित्तल के पास से बरामद कर लिया।

prime article banner

इस मामले में पुलिस ने संजय मित्तल व पिता अमनप्रीत के अलावा मनीषा और मंजू नाम की महिला को गिरफ्तार किया है। बच्ची बेचने में शामिल दो अन्य महिलाओं को पुलिस हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। बच्ची को बाल गृह भेज दिया गया है। उत्तरी जिला की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि जाफराबाद थाना पुलिस ने बुराड़ी थाना पुलिस को ढाई माह की बच्ची के बेचे जाने की सूचना दी थी। जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की।

इसमें पता चला कि बुराड़ी इलाके में रहने वाले ग्रामीण सेवा चालक अमनदीप ने 40 हजार रुपये में अपनी बच्ची को जाफराबाद निवासी मनीषा नाम की महिला को बेच दिया था। अमनदीप की तीन बच्चियां हैं। उसकी दो बेटियां दिव्यांग हैं। उन बच्चियों को इलाज के लिए रुपये की जरूरत थी। जिसके कारण उसने अपनी ढाई महीने की बच्ची को मनीषा को एक अगस्त को बेचा था। इसी बीच पिता को जानकारी मिली कि मनीषा ने उसकी बच्ची को किसी और को बेच दिया है।

जिसके बाद उनकी ममता जागी और उसने इसकी सूचना दिल्ली महिला आयोग को दी। महिला आयोग की कार्यकर्ताओं ने बाद में मामले की जानकारी बुराड़ी थाना पुलिस को दी। बच्ची का मामला होने के कारण बुराड़ी थाना पुलिस की टीम ने बच्ची की तलाश में छापेमारी शुरू की। जांच में पता चला कि बच्ची चावड़ी बाजार निवासी संजय मित्तल के पास है। जिसके बाद बच्ची को उसके घर से बरामद कर उसके परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं, बाद में पुलिस ने पिता अमनप्रीत, पहली खरीददार मनीषा, दूसरे खरीददार संजय मित्तल और संजय की पड़ोसी मंजू को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मानव तस्करी की आशंका से इन्कार किया है। दो अन्य महिलाओं से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस ने सात घंटे में बच्ची को ढूंढ निकाला

जैसे ही बच्ची के बेचे जाने की सूचना बुराड़ी थाना पुलिस को मिली। पुलिस की टीम सक्रिय हो गई। बुधवार की रात एसएचओ रमन कुमार, एसआइ अजय कुमार, हेड कांस्टेबल ऋषि और महिला कांस्टेबल साक्षी की टीम ने महिला आयोग की सदस्यों के साथ छापेमारी की। पूछताछ में मनीषा ने पुलिस को बताया कि एक अगस्त को उसने 40 हजार रुपये में अमनप्रीत से बच्ची को खरीदा था। इसी बीच संजय ने पड़ोसी महिला के द्वारा बच्ची को 80 हजार रुपये में खरीदने का प्रस्ताव महिला को दिया। रुपये लेकर मनीषा ने बच्ची को 6 अगस्त को संजय को बेच दिया था। लेकिन पुलिस की तत्परता से करीब सात घंटे की कोशिश के बाद बच्ची को चावड़ी बाजार से बरामद कर लिया गया।

बच्ची के घर आने पर किया था धार्मिक आयोजन

संजय मित्तल को कोई बच्चा नहीं था। इसलिए वे किसी बच्ची को गोद लेना चाहता था। यह बात उसने पड़ोसी महिलाओ को बता रखी थी। इसी बीच आरोपित द्वारा बच्ची बेचे जाने की सूचना पर उसने मनीषा से बच्ची खरीद ली थी। बच्ची के घर आने पर उसने एक धार्मिक आयोजन भी कराया था। इसमें पड़ोस के लोग को बुलाया गया था। पुलिस के मुताबिक वह बच्ची को कानूनी तौर पर गोद लेना चाहता था। लेकिन कोरोना के कारण कोर्ट बंद होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाया था। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.