सामूहिक दुष्कर्म मामला: दाती महाराज के सेवादारों से पूछताछ, कई सीसीटीवी फुटेज जब्त
छतरपुर स्थित शनिधाम आश्रम के कई सीसीटीवी फुटेज के डीवीआर भी जब्त किए।
जयपुर (जेएनएन)। छतरपुर स्थित शनिधाम मंदिर के संस्थापक दाती महाराज और उसके दो शिष्यों द्वारा युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में अपराध शाखा की टीम शुक्रवार को दोबारा जांच के लिए आश्रम पहुंची। पुलिस ने वहां करीब 50 सेवादारों से सात घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान पुलिस ने कई सीसीटीवी फुटेज के डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर) भी जब्त किए।
संयुक्त आयुक्त (अपराध शाखा) आलोक कुमार ने बताया कि शुक्रवार को डीसीपी राजेश देव के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रितेश कुमार की टीम छतरपुर स्थित आरोपित बाबा के आश्रम गई थी। वहां करीब 50 सेवादारों से पूछताछ की गई। उनसे आश्रम के संचालन सहित आम व्यक्ति के आने और रहने की व्यवस्था के आलावा दाती महाराज की दिनचर्या के बारे में जानकारी ली गई। इस दौरान पुलिस ने सुबूत के लिए उस कमरे का नक्शा कागज पर उतारा जिसमें युवती से दुष्कर्म किया गया था। वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी खंगाला गया।
इसके अलावा मामले की जांच के लिए पुलिस की छह सदस्यीय टीम राजस्थान के पाली स्थित दाती महाराज के आश्रम भेजी गई है। इसका नेतृत्व इंस्पेक्टर रितेश कर रहे हैं। वहां भी सेवादारों से पूछताछ के अलावा दुष्कर्म किए जाने संबंधी साक्ष्य जुटाए जाएंगे। पुलिस ने दाती महाराज के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है, ताकि वह विदेश नहीं भाग सके। मालूम हो कि 25 साल की युवती ने दाती महाराज (असली नाम मदन लाल) और उसके दो शिष्यों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पीड़ित युवती राजस्थान में परिवार के साथ रहती है।
उसके परिजन ने करीब 10 साल पहले उसे पढ़ाई के लिए राजस्थान के पाली स्थित दाती महाराज के बालाग्राम गुरुकुल आश्रम में भेज दिया था। बाद में उसे दिल्ली के छतरपुर स्थित आश्रम में भेज दिया गया। शिकायत में युवती ने कहा है कि करीब दो साल पहले दाती महाराज ने छतरपुर स्थित शनिधाम मंदिर के आश्रम में उसके साथ पहली बार दुष्कर्म किया था। बाद में उसके दो शिष्यों ने भी उसके साथ आश्रम में कई बार दुष्कर्म किया था। राजस्थान स्थित आश्रम में भी उसके साथ तीनों ने कई बार दुष्कर्म किया था। बीते शनिवार को उसने फतेहपुरबेरी थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज करवाया था।
दुष्कर्म के आरोपों से घिरे शनिधाम के दाती महाराज (असली नाम मदनलाल) का कहना है कि वह कहीं नहीं भागेगा, पुलिस के सामने पेश होने के लिए उसे कुछ समय चाहिए, क्योंकि उसके आश्रम में रहने वाले बच्चों के लिए भोजन आदि की सालभर की व्यवस्था करनी है।
पाली स्थित अलावास आश्रम में दाती महाराज शुक्रवार को फिर नजर आया। हालांकि, बीच-बीच में गायब भी रहा। यहां मीडिया से बातचीत में उसने कहा कि वह 22 वर्ष से कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ अभियान चला रहे है। आश्रम चला रहा है, इसलिए देश के संविधान व पुलिस पर उसे पूरा विश्वास है। उसने कहा, मुझे भागना होता तो मैं पहले ही भाग जाता, लेकिन मामला सामने आने के बाद से मैं लगातार यहीं हूं, लोगों से मिल रहा हूं। मीडिया से मिल रहा हूं और बच्चों की व्यवस्था में लगा हूं। बच्चों को यहां तीन समय का भोजन, वस्त्र, पढ़ाई आदि सभी काम कराए जाते है। ऐसे में यह व्यवस्था करना जरूरी है। इसीलिए मैं कुछ समय ले रहा हूं। पुलिस अपना काम कर रही है और मैं भी जल्द ही पुलिस के सामने पेश होऊंगा। उसने आरोपों के बारे में फिर किसी जैन का नाम लिया और कहा कि यह आर्थिक मामला है और उस व्यक्ति ने उसे बर्बाद करने की धमकी दी थी। यह इस रूप में सामने आएगी, इस बात का अंदाजा नहीं था।
दाती महाराज को लेकर दिल्ली पुलिस ने राजस्थान सरकार से जानकारी मांगी है। दिल्ली पुलिस को दाती महाराज के अब तक के रिकॉर्ड, राजस्थान में पाली जिले के आलावास आश्रम सहित कई तरह की सूचनाएं चाहिए। वहीं, शुक्रवार को आश्रम में दिल्ली और राजस्थान के कई वकील पहुंचे। दाती महाराज ने वकीलों के साथ मामले को लेकर विचार-विमर्श किया। वहीं राजस्थान पुलिस ने भी दाती के आलावास स्थित आश्रम और उसके खास सेवादारों पर निगरानी तेज कर दी है। शुक्रवार को दाती महाराज और उसके आश्रम की संचालिका श्रद्धा ने किसी से मुलाकात नहीं की। एक बार तो यह खबर उड़ी कि वह दोनों आश्रम से निकल गए, लेकिन बाद में स्थानीय पुलिस को सूचना मिली कि दोनों अंदर ही हैं, लेकिन किसी से मिल नहीं रहे। दोनों ने अपना मोबाइल बंद कर दिया है।