Unnao case: महिला आयोग ने पीड़िता के लिए तलाशा घर, मगर कोर्ट से मांगा 7 दिन का वक्त
उन्नाव दुष्कर्म मामले में बृहस्पतिवार को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में पीड़िता की बहन से जिरह हुई।
नई दिल्ली, एएनआइ। उन्नाव दुष्कर्म मामले में बृहस्पतिवार को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट (Tis Hazari Court) में पीड़िता की बहन से जिरह हुई। जानकारी के अनुसार, पुलिस हिरासत में पीड़िता की पिता पर कथित तौर हमले और मौत के मामले में यह जिरह हुई।
पीड़िता के दिल्ली में रहने के मामले में दिल्ली महिला आयोग ने कोर्ट को बताया कि इसके लिए डील लगभग फाइनल हो चुकी है। इसे पूरी तरह अमलीजामा पहनाने के लिए सात दिन और लगेंगे। इसके लिए सारी तैयारी पूरी हो चुकी हैं। महिला आयोग ने बताया कि जगह देखी जा चुकी है जिसे फाइनल भी कर दिया गया है मगर वक्त लगेगा।
इससे पहले इस केस में विशेष सुनवाई के दौरान के दौरान पीड़िता की मां से जिरह हुई थी। इसके बाद मामले की सुनवाई टल गई थी।
क्या है मामला
दरअसल, पीड़िता के पिता की मौत पुलिस हिरासत में हुई थी। आरोप है कि पीड़िता के पिता को पुलिस हिरासत में पीटा गया था। जिसकी वजह से उनके शरीर पर 18 जगहों पर चोट आयी थी। घटना के चौथे दिन पीड़िता के पिता की मौत हो गई थी। इस मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उनके भाई अतुल और माखी पुलिस थाने के तत्कालीन प्रभारी व एसआइ समेत 10 लोग आरोपित हैं। ट्रायल कोर्ट में इन सभी के खिलाफ चार्जशीट दायर हो चुकी है।
दिल्ली में रह रहा है पीड़िता का परिवार
बता दें कि उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता 28 जुलाई 2019 को अपने परिवार और वकील के साथ रायबरेली जा रही थी। इसी दौरान एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। हादसे में पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हादसे को विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जोड़ा गया था। दिल्ली के एम्स में पीड़िता को भर्ती करवाया गया था। हालांकि पीड़िता को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे दिल्ली में ही रहने के लिए कहा गया है।