Delhi: आपातकालीन पैरोल को एक महीने बढ़ाने के लिए गृह विभाग को लिखा पत्र
जेल अधिकारियों ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए अभी 4250 कैदियों को कुछ समय के लिए छोड़ा गया था। इसमें 31 सौ विचाराधीन कैदी को अंतरिम जमानत दी गईवहीं 1150 सजायाफ्ता कैदी को आपातकालीन पैरोल दिया गया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए दिल्ली कारागार विभाग ने पत्र लिखकर दिल्ली सरकार के गृह विभाग से अनुरोध किया है कि आपातकालीन पैरोल को एक महीने बढ़ाया जाए। अभी की हालत को देखते हुए यह कदम जरूरी है। जेल अधिकारियों ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए अभी 4250 कैदियों को कुछ समय के लिए छोड़ा गया था। इसमें 31 सौ विचाराधीन कैदी को अंतरिम जमानत दी गई,
वहीं 1150 सजायाफ्ता कैदी को आपातकालीन पैरोल दिया गया। उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली के जेलों में क्षमता से अधिक कैदी हैं। तीनों जेलों में दस हजार कैदी को रखने की क्षमता है वहीं अभी इन जेलों में 18 हजार कैदी हैं। कोरोना संकट के दौरान कैदियों को आपातकालीन पैरोल व अंतरिम जमानत देने के बाद कुछ कैदियों की संख्या घटी है। अगर ये कैदी अभी आ जाते हैं तो जेल में शारीरिक दूरी का पालन करना कठिन हो जाएगा।
बता दें कि अभी तक जेल में 260 कैदी और जेल कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। जेल में अभी भी 25 कैदी व जेलकर्मी कोरोना संक्रमित हैं। यहां तक कि जेल के महानिदेशक संदीप गोयल भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं और वे अभी आइसाेलेशन में हैं। दिल्ली के रोहिणी जेल में 13 मई को कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। इसके अलावा मंडोली जेल में दो कैदियों की मौत कोरोना संक्रमण से हो चुकी है। ऐसे में जेल प्रशासन चाह रहा है कि आपातकालीन पैरोल को एक महीने के लिए बढ़ाया जाए।
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