छुट्टी न मिलने से सुलह-समझौता नहीं कर पा रहे पति-पत्नी
दोनों सिंगापुर में नौकरी करते हैं। पति ड्रग्स एडिक्ट है। पत्नी समझौते से अलग होना चाहती है। इसलिए दोनों की नोएडा के महिला थाने में काउंसलिंग होनी है।
नोएडा (जेएनएन)। सिंगापुर में नौकरी कर रहे एनआरआइ दंपती एक-दूसरे से अलग होना चाहते हैं। विवाद के चलते दोनों वहां भी अलग- अलग रह रहे हैं। पत्नी ने महिला थाने में पति से समझौते के तहत अगल होने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। लेकिन दोनों को एक साथ नोएडा आने की छुट्टी नहीं मिलने से समझौता नहीं हो पा रहा है। पुलिस का कहना है कि कभी पति, तो कभी पत्नी को छुट्टी न मिलने से मामला तीन माह से लटका हुआ है।
नोएडा में हुई थी शादी
महिला थाने की प्रभारी निरीक्षक अंजू तेवतिया ने बताया कि शहर की एक महिला सिंगापुर में एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं। ढाई साल पहले परिजनों ने उनकी शादी नोएडा में ही रहने वाले युवक से बड़ी धूमधाम से की थी। शादी में लाखों रुपये खर्च किए गए। महिला का पति भी सिंगापुर में ही एक कंपनी में अच्छे पद पर कार्यरत है। शादी के बाद दोनों यहां से सिंगापुर शिफ्ट हो गए।
शादी के बाद पता चला पति ड्रग्स एडिक्ट है
महिला थाना प्रभारी निरीक्षक अंजू तेवतिया के मुताबिक, महिला ने शिकायत की है कि शादी के कुछ महीने बाद उसे पता चला कि पति ड्रग्स एडिक्ट है। रात में वह बिना ड्रग्स के नहीं रह पाता है। ड्रग्स के भारी डोज के चलते वह कहीं भी बेसुध होकर गिर पड़ता है। कई बार परिचितों ने उसे बेसुध हालत में घर तक छोड़ा है। उसे समझाने की कोशिश भी की, लेकिन ड्रग्स की लत को नहीं छोड़ पा रहा है। महिला ने इसकी शिकायत अपने माता-पिता से की और ड्रग्स की हालत में बेसुध पड़े होने की कुछ वीडियो भी बनाकर भेजे। परिजनों ने भी उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो महिला पति से अलग रहने लगी।
तीन महीने से साथ छुट्टी का है इंतजार
महिला अब पति से समझौते के तहत अलग होना चाहती है। इसके लिए तीन महीने पहले उसके पिता ने पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया है। पुलिस ने दोनों को काउंसलिंग के लिए 15 जुलाई को बुलाया है, लेकिन पति को छुट्टी नहीं मिल रही है। वह अगले सप्ताह आने को कह रहा है, लेकिन अगले सप्ताह उसकी पत्नी को छुट्टी नहीं मिल रही है। इससे पहले भी दोनों को एक साथ छुट्टी न मिलने के कारण काउंसलिंग लगातार टलती रही है। प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि पुलिस रिपोर्ट भी नहीं दर्ज करना चाहती है। इसके बाद आरोपी को विदेश से गिरफ्तार करने में भी मुसीबतें आएंगी। महिला के परिजन भी समझौते से ही मामले को निपटाना चाहते हैं।