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इलाज के अभाव में कोरोना से जान गंवाने वाले सिपाही अमित पंचतत्व में विलीन, शव पर बरसाए गए फूल

कोरोना के खिलाफ सड़क से लेकर अस्पताल तक जंग लड़ने वाले दिल्ली पुलिस के सिपाही अमित का अंतिम संस्कार गुरुवार को कर दिया गया।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 05:01 PM (IST)Updated: Thu, 07 May 2020 05:01 PM (IST)
इलाज के अभाव में कोरोना से जान गंवाने वाले सिपाही अमित पंचतत्व में विलीन, शव पर बरसाए गए फूल
इलाज के अभाव में कोरोना से जान गंवाने वाले सिपाही अमित पंचतत्व में विलीन, शव पर बरसाए गए फूल

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस से इलाज के अभाव में मरने वाले दिल्ली पुलिस के सिपाही अमित कुमार का गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। दिल्ली के पंजाबी बाग में उनका अंतिम संस्कार किया गया। अमित के शव के ऊपर फूल बरसाकर उनका सम्मान किया गया।  

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अमित के अंतिम संस्कार में उत्तरी रेंज के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर मनीष अग्रवाल, डीसीपी नॉर्थ वेस्ट समेत पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। इसके अमित के भाई, पिता, ससुर और परिवार के अन्य करीबी लोग अंतिम संस्कार के वक्त मौजूद रहे।

पुलिस अधिकारियों और परिवार के सदस्यों ने शव को ले जा रही एम्बुलेंस पर फूलों की की वर्षा करके उनका सम्मान किया। संयुक्त सीपी मनीष अग्रवाल ने परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की और कहा कि दुख की इस घड़ी में पुलिस उनके साथ खड़ी है।

दिल्ली सरकार देगी अमित के परिजनों को एक करोड़

कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले अमित कुमार के परिजनों के दिल्ली सरकार एक करोड़ रुपये मुआवजा देगी। यह एलान सरकार की तरफ से गुरुवार को किया गया है। अमित कुमार उत्तर-पश्चिम जिले के भारत नगर पुलिस थाने में तैनात थे।

सोनीपत के रहने वाले थे अमित

बता दें कि दिल्ली पुलिस में तैनात अमित सोनीपत के रहने वाले थे। हैरानी की बात है कि मौत से 20 घंटे पहले तक भी अमित में कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं दिए और वे लगातार ड्यूटी करते रहे। मूल रूप से गांव हुल्लाहेड़ी निवासी दिल्ली पुलिस के जवान अमित राणा टीकाराम कॉलेज के पास पत्नी व बेटे के साथ रहते थे। 

अस्पताल में भर्ती करने से इनकार का आरोप

अमित के एक साथी की ऑडियो वायरल हुई है, जिसमें उसने बताया है कि 16 घंटे पहले उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। हल्का बुखार होने पर अमित को दवाई दी और फिर बुखार ठीक हो गया लेकिन कुछ देर बाद फिर से तबीयत बिगड़ गई। ऐसे में दिल्ली की कोरोना हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया लेकिन वहां से जवाब मिला कि वे केवल टेस्ट कर सकते हैं। इसके बाद उसने करीब आधा दर्जन अस्पतालों में अमित को दाखिल कर लेने की गुहार लगाई लेकिन सभी ने इनकार कर दिया। कुछ ने जगह न होने की बात कही तो कुछ ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही दाखिल किया जाएगा। वहीं, अमित की तबीयत लगातार बिगड़ती रही और बुधवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।


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