CoronaVirus: ने कार्यस्थल ही नहीं जीवन शैली में भी किए कई बड़े बदलाव, दिख रहा असर
कोरोना जब दिल्ली-एनसीआर में अपना उग्र रूप दिखा रहा था तो इसकी चेन को तोड़ने के लिए लाकडाउन किया गया लेकिन इस दौरान कार्यालय शिक्षा और स्वास्थ्य को सुचारु बनाए रखने के लिए पहली बार आनलाइन माध्यम का सहारा लिया गया।
नई दिल्ली। कोरोना जब दिल्ली-एनसीआर में अपना उग्र रूप दिखा रहा था तो इसकी चेन को तोड़ने के लिए लाकडाउन किया गया, लेकिन इस दौरान कार्यालय, शिक्षा और स्वास्थ्य को सुचारु बनाए रखने के लिए पहली बार आनलाइन माध्यम का सहारा लिया गया तो कुछ शर्तों के साथ अनलाक के दौरान परिवहन और उद्योग धंधे को भी शुरू करने की अनुमति दी गई। कोरोना के दौर में शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन के क्षेत्र में, निजी व सरकारी कार्यालयों के कामकाज के क्षेत्र में हमारी जीवन शैली में कैसे बदलाव आए, क्या नई व्यवस्थाएं की गईं? आइए देखते हैं कैसी रही दिल्ली-एनसीआर की स्थिति :
सामाजिक बदलाव
- जरूरत पर ही घर से बाहर निकल रहे हैं लोग
- शादी-समारोह या जन्मदिन के आयोजन भी हो गए हैं कम
- मैदानी खेलकूद पर पाबंदी
- छोटे बच्चे और बुजुर्ग बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलते हैं
- त्योहारों में घर-घर जाकर बधाई देने से बचने लगे हैं लोग
- मास्क और सैनिटाइजर का बढ़ा उपयोग
आनलाइन शिक्षा पर निर्भरता
- स्कूल न खुलने से आनलाइन शिक्षा पर है निर्भरता
- पढ़ाई से लेकर परीक्षा और परिणाम सब कुछ आनलाइन
- खेल के साथ अतिरिक्त गतिविधियां हो गई हैं बंद
- ट्यूशन भी आनलाइन चल रही हैं
उद्योग-व्यापार में ई-कामर्स को बढ़ावा
- व्यापार भी हो गया आनलाइन
- अब वाट्सएप से आर्डर और सामानों के कैटलाग भेजे जाते हैं
- वर्चुअल माध्यम से मीटिंग
- नकद रहित भुगतान पर बढ़ा जोर
- स्वदेशी उत्पादों को मिल रहा है बढ़ावा
- ईज आफ डूईंग बिजनेस को मिल रहा है बढ़ावा
- मास्क, पीपीई किट समेत मेडिकल संबंधी उत्पादों के उद्योग को मिला बढ़ावा
स्टार्टअप के लिए खुली संभावनाएं
- कोरोना संक्रमण से बचने को लोगों ने निजी वाहनों पर दिया जोर, वाहन उद्योग को मिला बढ़ावा
- कोरोना की दस्तक के साथ ही औद्योगिक इकाइयों को मिलने वाले विदेशी आर्डर बंद
- मिले हुए आर्डर भी हुए रद
- विदेश पहुंचे माल को लेने से भी
- बायर्स ने किया इन्कार
- आटोमोबाइल क्षेत्र का निर्यात हुआ प्रभावित
अस्पतालों में टेलीकाउंर्संलग पर जोर
- डाक्टरी सलाह के लिए सरकारी
- अस्पतालों में भी टेलीकाउंर्संलग पर है जोर
- ओपीडी में दिखाने से पहले कोरोना जांच अनिवार्य
- बायोमेडिकल वेस्ट के साथ कोविड वेस्ट के निस्तारण के लिए अलग से व्यवस्था
- नवजात बच्चों को लगने वाले टीके के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है
परिवहन व्यवस्था में बदलाव
- बसों में सीमित हुई यात्रियों की संख्या
- तापमान जांच के बाद सीमित संख्या में ही यात्रियों को मिल रहा है प्रवेश
- मेट्रो कार्ड से ही कर सकते हैं यात्रा। टोकन से यात्रा है प्रतिबंधित।
कार्यालयों में वर्क फ्राम होम को बढ़ावा
- सरकारी से लेकर निजी दμतरों में वर्क
- फ्राम होम पर जोर दिया जा रहा है
- बायोमेट्रिक की जगह मोबाइल एप या रजिस्टर के माध्यम से हाजिरी का प्रावधान
- सैनिटाइजेशन और तापमान जांच के बाद ही दμतर में मिल रहा प्रवेश
बदली जीवनशैली
- इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का बड़े स्तर पर होने लगा इस्तेमाल
- प्रोफेशनल कोर्स कर रहे विद्र्यािथयों की शिक्षा रही प्रभावित
- नए फार्मेट में पहली बार हुईं आनलाइन परीक्षाएं
- लाकडाउन काल में स्कूलों द्वारा वसूली जाने वाली फीस रहा चर्चा का विषय
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो