AIIMS में अगले सप्ताह शुरू होगी OPD सेवा, हजारों मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत
बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह एम्स में ओपीडी सेवा शुरू हो जाएगी। बहुत उम्मीद है कि सोमवार से ही ओपीडी शुरू हो जाएगी।
नई दिल्ली , रणविजय सिंह। एम्स में ओपीडी सेवा दोबारा शुरू करने के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। ओपीडी में मरीजों की भीड़ सीमित रखने व कोरोना की महामार के बीच शारीरिक दूरी के नियम के पालन को लेकर डॉक्टर दिशा निर्देश तैयार करने में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह एम्स में ओपीडी सेवा शुरू हो जाएगी। बहुत उम्मीद है कि सोमवार से ही ओपीडी शुरू हो जाएगी। हालांकि अभी तक इस बारे में अंतिम आदेश जारी नहीं हुआ है। शनिवार को इस मामले पर एम्स प्रशासन अंतिम फैसला ले सकता है।
दरअसल, एम्स में ओपीडी सेवा लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही बंद है। रूटीन सर्जरी भी नहीं हो रही है। जिन मरीजों को सर्जरी के लिए समय मिला था, टाल दिया गया। इस वजह से गंभीर बीमारियों से पीडित मरीजों को परेशानी का सामना भी करना पड रहा है। हालांकि इमरजेंसी के माध्यम से मरीजों को भर्ती लिया जा रहा है।
एम्स में करीब 70 फीसद मरीज बाहर से आते हैं
इसके अलावा पुराने मरीजों के फालोअप के लिए डॉक्टर टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श देते हैं। इस दौरान डॉक्टर जिन मरीजों को भर्ती करने की जरूरत महसूस करते हैं उन्हें अस्पताल आकर भर्ती होने की सलाह भी दी जाती है। लेकिन कोई नए मरीज नहीं देखे जा रहे हैं। इस वजह से मरीजों को इलाज में परेशानी का सामना करना पड रहा है। संस्थान के डॉक्टर कहते हैं कि एम्स की ओपीडी में करीब 70 फीसद मरीज बाहर से आते हैं।
दिल्ली एनसीआर के मरीजों को मिलेगी राहत
लॉकडाउन के कारण परिवहन सुविधा बंद होने से बाहर से मरीज वैसे भी अभी ओपीडी में ज्यादा नहीं पहुंच पाएंगे लेकिन ओपीडी जल्दी खुलने से दिल्ली एनसीआर के मरीजों को राहत मिलेगी। यही वजह है कि एक दिन पहले डॉक्टरों की बैठक में इस मसले पर चर्चा की गई। जिसमें सोमवार से ओपीडी शुरू करने पर विचार किया गया। बताया जा रहा है कि ओपीडी में इलाज के लिए पहले से जितने मरीजों की संख्या निर्धारित है उसके एक चौथाई (25 फीसद) मरीज ही ओपीडी में देखे जाएंगे।
एम्स में ओपीडी खुलने पर सबसे बडी चुनौती शारीरिक दूरी के नियम को पालन करना होगा। इसलिए सिर्फ अप्वाइंटमेंट के आधार पर ही मरीजों का इलाज होगा। साथ ही यह व्यवस्था भी होगी ताकि ओपीडी में डॉक्टर के कमरे के बाहर भीड़ ना लगने पाए।