Positive India: दिल्ली से जा रहे लोगों की मदद के लिए सामने आए लोग, देखें तस्वीरें
Coronavirus lockdown दिल्ली और नोएडा में पलायन कर रहे लोगों के लिए पानी और खाने का सामान लेकर स्थानीय लोग और पुलिसकर्मी सामने आए।
नई दिल्ली/नोएडा, जेएनएन। पूरे देश को तीन सप्ताह तक पूरी तरह से लॉकडाउन की खबर मिलने के बाद दिल्ली में काम करने वाले अधिकतर मजदूर अब दिल्ली छोड़कर जाने लगे हैं। ऐसा इसलिए भी है कि दिल्ली में काम करने वाले अधिकतर मजदूर व रेहड़ी पटरी वाले लोग यूपी और बिहार के हैं। बड़ी संख्या में लोग पैदल ही पलायन कर रहे हैं। ऐसे में अब इन लोगों की मदद के लिए भी लोग सामने आ रहे हैं।
दिल्ली से लौट रहे लोगों की मदद के लिए समाजवादी पार्टी की नोएडा ईकाई भी सामने आयी। नोएडा के सपा सचिव प्रवीन यादव ने बताया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जरुरतमंद लोगों को भोजन वितरित किया। प्रवीन यादव के मुताबिक नोएडा NH24 पर लोगों को खाने का सामान दिया गया।
वहीं, शुक्रवार को दिल्ली के पटपड़गंज में जा रहे लोगों के लिए पानी और खाने का सामान लेकर स्थानीय लोग सामने आए।
उधर, एनएच- 9 गाजीपुर के पास बड़ी संख्या में पैदल जा रहे लोगों को पुलिसकर्मियों ने खाने का सामान दिया।
देश में हुए लॉकडाउन के करण रेल और बसों को बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह से लोग पैदल ही अपने घरों की तरफ चल दिए हैं। गाज़ियाबाद की हरनंदी नदी के पास रेलवे ट्रैक पर लोग पैदल जाते दिखाई दिए।
थम नहीं रहा है शहरों से लोगों का पैदल पलायन
लॉकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में मजदूर पैदल ही अपने घर जा रहे हैं। यूपी के मेरठ, मथुरा, बुलंदशहर और आगरा के रहने वाले मजदूर राज्यों के बॉर्डर सील होने के कारण पैदल ही अपने गांव लौटने लगे हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह जहां रह रहे हैं वो वहीं रहें।
दिल्ली के लोहे वाले पुल को पैदल ही पार कर रहे रवि कुमार ने बताया कि वह मूलरूप से मेरठ के रहने वाले हैं। वह दिल्ली के कश्मीरी गेट के पास रेहड़ी लगाते हैं, लेकिन इनदिनों लॉकडाउन होने के कारण काम बंद हो गया है और खाने के भी लाले पड़ गए हैं। ऐसे में अब अपने गांव जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह दिल्ली पार करने के बाद भी मेरठ तक पैदल ही जाएंगे। वहीं, आगरा के रहने वाले रामेश्वर कुमार ने बताया कि वह आगरा के रहने वाले हैं। दिल्ली में एक निजी फैक्टरी में मजदूरी करते हैं, जोकि इन दिनों बंद है। ऐसे में अब पैदल ही घर जा रहे हैं।
वहीं, बुलंदशहर के खुर्जा के रहने वाले राजेंद्र और मथुरा के रहने वाले सुरेश ने बताया कि वह भी मजदूरी करते हैं, लेकिन काम बंद होने के कारण दिल्ली में भूखे हैं। ऐसे में घर जाकर वह परिवार के साथ रहेंगे।