Coronavirus: आइआइटी दिल्ली के प्रोफेसर ने बनाया 'कवच' मास्क, कीमत व खूबी जानने के लिए पढ़ें खबर
Coronavirus आइआइटी दिल्ली में बतौर सहायक प्रोफेसर बिपिन कुमार ने तकनीकी के नजरिये से उम्दा मास्क तैयार किए हैं जिसे उन्होंने कवच (Kawach) नाम दिया है।
नई दिल्ली, एएएनआइ। Coronavirus: पूरी समूची मानव जाति को संकट में डालने वाले कोरोना वायरस के खिलाफ दुनियाभर में जंग जारी है। भारत में भी सरकारी प्रयास के साथ लोग निजी स्तर पर भी कोरोना को परास्त करने की लड़ाई में अपना अमूल्य योगदान देने के लिए आगे रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं दिल्ली के हौजखास स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Technology Delhi) के सहायक प्रोफेसर बिपिन कुमार Bipin Kr, Asst. Professor at IIT-Delhi)।
आइआइटी दिल्ली में बतौर सहायक प्रोफेसर बिपिन कुमार ने तकनीकी के नजरिये से उम्दा मास्क तैयार किए हैं, जिसे उन्होंने कवच (Kawach) नाम दिया है। यह मास्क कई खूबियों से लैस है और इसकी कीमत भी ज्यादा नहीं है।
प्रोफेसर बिपिन का कहना है कि कवच मास्क को स्वदेशी वस्त्र प्रौद्योगिकी (indigenous textile technology) के साथ विकसित किया जा सकता है और इसे अधिकतम लोगों तक आसानी से पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि एन-95 मास्क उम्दा मास्क में से एक है, लेकिन कीमत की बात की जाए तो कवच सिर्फ 45 रुपये का है।
सहायक प्रोफेसर बिपिन की मानें तो मास्क 'कवच' कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए एक हथियार के तौर पर बनाया गया है, जिससे हम कोरोना वायरस के संक्रमण से अपने आपको बचा सकते हैं।
मास्क की जरूरत
- दरअसल, कोरोना वायरस के इलाज में अभी किसी दवाई या वैक्सीन इजाद नहीं हो पाई है। ऐसे में बचाव ही एकमात्र जरिया जिससे आप अपने को इसकी चपेट में आने से बचा सकते हैं।
- अगर जरूरत पड़ने पर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर निकले तो शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने के साथ मास्क अवश्य पहनें।
- इसी के साथ कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज की देखभाल कर रहे हैं तो मास्क लगाएं। बेहतर तो यह है कि मास्क पहनने से पहले हाथ अच्छी तरह साफ करें।
- मास्क लगाने के बाद बार-बार उस पर हाथ नहीं लगाए, क्योंकि ज्यादातर वायरस के जरिये मुंह और नाक शरीर में प्रवेश करता है।