Coronavirus: कोरोना पीड़ित दिल्ली का पहला मरीज स्वस्थ, अस्पताल से मिली छुट्टी
Coronavirus सफदरजंग अस्पताल से शनिवार को जिन छह मरीजों को छुट्टी मिली थी उनमें वह भी शामिल हैं। छह मार्च से उनका इलाज चल रहा था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Coronavirus: कोरोना वायरस के संक्रमण से पीड़ित दिल्ली के दो मरीज इस बीमारी को मात देने में कामयाब हो चुके हैं, इसलिए दिल्ली के एक और मरीज को भी अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। वह उत्तम नगर के रहने वाले हैं। सफदरजंग अस्पताल से शनिवार को जिन छह मरीजों को छुट्टी मिली थी उनमें वह भी शामिल हैं। छह मार्च से उनका इलाज चल रहा था।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) के अनुसार, दिल्ली में दो दिन में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। दिल्ली के सात में से दो मरीज ठीक हो चुके हैं। एक बुजुर्ग महिला की मौत हो चुकी है। चार मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं कोरोना के कारण जिस बुजुर्ग महिला की मौत हुई थी, उनके 46 वर्षीय बेटे के स्वास्थ्य में भी सुधार है। वह आइसीयू से बाहर आ गए हैं और पहले से वह काफी बेहतर हैं। मौजूदा समय में सफदरजंग अस्पताल में कोरोना से पीड़ित 10 मरीज भर्ती हैं। इनमें चार दिल्ली के और छह मरीज बाहर के रहने वाले हैं। इसके अलावा यहां 21 संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। इनमें से चार की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं 17 मरीजों की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। आरएमएल अस्पताल में छह संदिग्ध मरीज भर्ती हैं।
उल्लेखनीय है कि मयूर विहार के रहने वाले कोरोना पीड़ित व्यक्ति को भी अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। यह दिल्ली में कोरोना का पहला मामला था। अब उत्तम नगर के जिस मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिली है वह गुरुग्राम की कंपनी में नौकरी करते हैं। वह थाइलैंड व मलेशिया गए थे। वहां से लौटने के बाद बीमार पड़े। छह मार्च को उन्हें कोरोना होने की पुष्टि हुई थी। उनके संपर्क में आए 434 लोगों को आइसोलेशन में रहने का निर्देश दिया गया है। इनमें से 375 लोग दिल्ली के और 69 लोग दूसरे जगहों के रहने वाले हैं। इनमें से आठ का सैंपल लिया गया था।
डेंगू की तरह सपोर्टिव इलाज
सफदरजंग अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के इलाज के लिए अभी तक कोई दवा नहीं है। डेंगू की तरह सपोर्टिव इलाज किया जाता है। इस बीमारी से पीड़ित मरीज का भी लक्षण के आधार पर इलाज किया जाता है। ब्लड प्रेशर डाउन होने पर उसे नियंत्रित करने के लिए दवा दी जाती है। शरीर के जिस हिस्से पर असर होता है उसके मुताबिक दवा दी जाती है। इसके अलावा सफदरजंग अस्पताल में कोरोना के मरीजों को टेमीफ्लू भी दी गईं। इस दवा का इस्तेमाल स्वाइन फ्लू के इलाज में होता है। स्वाइन फ्लू में भी सांस की परेशानी बहुत होती है। कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर भी खांसी, तेज बुखार, दर्द के अलावा सांस की परेशानी होती है। इसलिए डॉक्टर टेमीफ्लू दवा का भी इलाज में इस्तेमाल कर रहे हैं।
दिल्ली का सातवां मरीज आया था इटली से
दिल्ली का सातवां मरीज भी इटली से आया था। इटली से आने के बाद उन्हें मानेसर स्थित क्वारंटाइन केंद्र में रखा गया था। बाद में उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो दिन पहले उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई। हालांकि डीजीएचएस का कहना है कि वह मूलरूप से राजस्थान के रहने वाले हैं।