सावधान: नोटों से भी फैल सकता है कोरोना, बैंक इसके इस्तेमाल में सावधानी बरतने का दे रहे संदेश
Coronavirus alert कागत की करेंसी या अन्य करेंसी के आदान-प्रदान से भी कोरोना वायरस फैल सकता है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सिर्फ जनता कर्फ्यू ही कोरोना वायरस से बचाव का एक साधन नहीं है बल्कि इस वायरस से दूर रहने के लिए कुछ और भी सावधानी बरतनी होंगी। कागत की करेंसी या अन्य करेंसी के आदान-प्रदान से भी कोरोना वायरस फैल सकता है। पंजाब नेशनल बैंक सहित अन्य राष्ट्रीयकृत और निजी बैंक अपने उपभोक्ताओं तक कोरोना वायरस से बचाव को कागज की करेंसी के इस्तेमाल में सावधानी बरतने का संदेश पहुंचा रहे हैं।
पुरानी करेंसी का करें इस्तेमाल
इसका कारण है कि कागज की करेंसी सहित घर में कम से कम 36 घंटे तक रहे वायरस मुक्त समान को छोड़कर बाहर से आने वाले कई तरह के सामान के जरिये भी कोरोना फैल सकता है। हालांकि डॉक्टर भी इसका बचाव बता रहे हैं मगर बैंक का संदेश है कि फिलहाल लोग अपने पास रखी पुरानी करेंसी का ही इस्तेमाल करें या फिर नेट बैकिंग से लेनदेन करें।
बैंक मैसेज भेज कर कर रहे जागरुक
बेशक हम जनता कर्फ्यू के दौरान अपने घरों में रहे और किसी से नहीं मिले मगर कुछ ऐसे फोमाइट्स (कपड़े, कागज, फर्नीचर के ऐसे तत्व जिनसे इनफेक्शन फैल सकता है) होते हैं, जिनकी वजह से कोरोना वायरस हमें घेर सकता है। बैंकों ने अपनी नोट करेंसी के बारे में जो मोबाइल संदेश भेजकर अपने उपभोक्ताओं को जागरूक किया है, वह सही है। कागज की करेंसी के जरिये भी हमारे घर में कोरोना वायरस प्रवेश कर सकता है। इसलिए बहुत जरूरी हो तो पहले से अपने घर में रखी कागज की करेंसी इस्तेमाल करें तथा बाहर से मिलने वाली करेंसी को अपने घर में प्रवेश न होने दें।
डॉ.शिखा पंवार, सर्वोदय अस्पताल, फरीदाबाद
लगातार बढ़ रही संक्रमितों की संख्या
बता दें कि कोरोना से संक्रमिताें की संख्या लगातार बढ़ रही है। फिलहाल यह आंकड़ा करीब 365 के पास पहुंच गया है। वहीं, इससे मरने वालों की संख्या देश में सात हो गई है। सरकार लेकर हर स्तर पर वायरस से बचाव के लिए जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा घरों पर वक्त बिताएं।