Coronavirus Booster Doze: डॉक्टरों ने बताया दिल्ली में किस वजह से बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या
Coronavirus Booster Doze दिल्ली में अभी तक महज 18.20 प्रतिशत लोगों ने ली है सतर्कता डोज सफदरजंग अस्पताल के प्रिवेंटिव कम्युनिटी मेडिसिन के विशेषज्ञ डा. जुगल किशोर ने कहा कि टीका कोरोना के संक्रमण से बचाव नहीं करता है लेकिन गंभीर बीमारी से बचाव में बेहद असरदार है।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Coronavirus Booster Doze: कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है। इस माह 10 दिनों में 40 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें से 21 मरीजों की मौत सोमवार से लेकर बुधवार के बीच तीन दिनों में हुई है। फिर भी कोरोना के टीके की सतर्कता डोज लेने के लिए ज्यादा लोग केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे हैं।
स्थिति यह है कि जिन लोगों को टीके की दोनों डोज लिए हुए छह माह पूरे हो चुके हैं, उनमें से अब तक महज 18.20 प्रतिशत लोगों ने ही सतर्कता डोज ली है। डाक्टर कहते हैं कि कोरोना की गंभीर बीमारी से बचाव के लिए सतर्कता डोज बढ़ाने की दरकार है। सफदरजंग अस्पताल के प्रिवेंटिव कम्युनिटी मेडिसिन के विशेषज्ञ डा. जुगल किशोर ने कहा कि टीका कोरोना के संक्रमण से बचाव नहीं करता है, लेकिन गंभीर बीमारी से बचाव में बेहद असरदार है।
इसलिए सतर्कता डोज लेने से गंभीर बीमारी से बचाव हो सकेगा। लोकनायक अस्पताल के निदेशक डा. सुरेश कुमार ने कहा कि टीका लेने के छह माह बाद इम्युनिटी कम हो जाती है। इसलिए दोनों डोज टीका लेने के छह माह बाद सतर्कता डोज लेना जरूरी है।स्वास्थ्य विभाग का परिवार कल्याण निदेशालय भी अभियान चला रहा है।
पिछले माह हर घर दस्तक अभियान चलाया गया। विभिन्न मेट्रो स्टेशनों, कालोनियों और बाजारों में कैंप लगाकर सतर्कता डोज दी जा रही है। जिला प्रशासन और टीकाकरण केंद्रों से फोन करके कर्मचारी सतर्कता डोज लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। फिर भी ज्यादा लोग सतर्कता डोज नहीं ले रहे हैं। स्थिति यह है कि बुधवार को 12,064 लोगों ने सतर्कता डोज ली।
10 अगस्त तक टीकाकरण के आंकड़े
कुल डोज - 3,60,19,282
पहली डोज- 1,82,07,981
दूसरी डोज- 1,54,71,755
सतर्कता डोज- 23,39,546
सतर्कता डोज लेने के योग्य हो चुके लोग- 1,28,52,030
सतर्कता डोज बाकी- 1,05,12,484