Coronavirus: दिल्ली में लगातार दूसरे दिन 400 से ज्यादा कोरोना के नए मामले, संख्या पहुंची 8895
Coronavirus दिल्ली सरकार की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को राजधानी में कोरोना के 425 नए मामले सामने आए।
नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली में लगातार दूसरे दिन चार सौ से ज्यादा कोरोना के केस सामने आए हैं। दिल्ली सरकार की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को राजधानी में कोरोना के 425 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही दिल्ली में अब कोरोना के 8895 मामले हो चुके हैं। हालांकि राहत की बात ये रही कि पिछले 24 घंटे में किसी मरीज की मौत नहीं हुई।
दिल्ली में अब तक 3518 लोग इलाज के ठीक होकर घर जा चुके हैं। दिल्ली में अब कोरोना के 5254 एक्टिव मामले हैं जिनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
इससे पहले गुरुवार को 472 लोग इस महामारी से संक्रमित हुए थे जोकि यह संख्या अब तक की सर्वाधिक है। मई में यह पांचवां मौका है जब एक दिन में चार सौ से अधिक मामले बढ़े हैं। यानी पांच दिन में दो हजार मामले बढ़ चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने अधिकारियों के साथ बैठक कर ताजा हालात की समीक्षा की है।
लाजपत नगर थाने के एसएचओ हुए कोरोना संक्रमित
दक्षिणी-पूर्वी जिले के लाजपत नगर थाने के एसएचओ पंकज मलिक कोरोना संक्रमित हो गए हैं। बृहस्पतिवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई । उन्हें इलाज के लिए क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। डीसीपी दक्षिणी-पूर्वी राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बताया कि पंकज लॉकडाउन में लोगों की मदद कर रहे थे। उनके संपर्क में आए पांच पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन करा दिया गया है।
57 पुलिस कर्मी ठीक हो ड्यूटी पर लौटे
वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में आए 57 पुलिस कर्मी ठीक होकर ड्यूटी पर लौट आए हैं। थाने में पहुंचने पर साथी पुलिस कर्मियों ने उनका माला पहनाकर और तालियां बजाकर स्वागत किया। दिल्ली पुलिस में अब तक 167 पुलिस कर्मी संक्रमित हो चुके हैं। स्थिति को गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव के निर्देश पर लगातार महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे है।
स्वास्थ्य विभाग ज्यादा अस्पताल खोलने की बनाए रूपरेखा: एलजी
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बृहस्पतिवार को राजनिवास में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक बैठक में राजधानी में ज्यादा कोविड अस्पताल शुरू करने व कोरोना जांच केंद्र खोलने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ज्यादा अस्पताल खोलने की रूपरेखा तैयार करे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर, नर्स, शिक्षक, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस कर्मी फ्रंटलाइन पर काम कर रहे हैं, इनके सुरक्षा इंतजाम में कोताही नहीं होनी चाहिए।