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Coronavirus 3rd Wave : एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा- तीसरी लहर में कम मामले आने की संभावना

बूस्टर डोज के सवाल के जवाब में रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अभी हमारे पास ऐसा कोई डेटा नहीं है जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि बूस्टर डोज की आवश्यकता है। इसलिए बूस्टर डोज पर ध्यान देने के बजाय अधिक-से-अधिक टीकाकरण पर जोर दिया जाए।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 26 Aug 2021 07:10 AM (IST)Updated: Thu, 26 Aug 2021 08:29 AM (IST)
Coronavirus 3rd Wave : एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा- तीसरी लहर में कम मामले आने की संभावना
टीकाकरण होने के कारण भी तीसरी लहर कम प्रभावी होगी।

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी सामाजिक संस्था इंटीग्रेटेड हेल्थ एंड बेलबीइंग काउंसिल (आइएचडब्ल्यू) द्वारा बुधवार को कोरोना की तीसरी लहर की आशंका और उसकी तैयारियों को लेकर एक वेबीनार का आयोजन किया गया। इस दौरान एम्स के निदेशक डा रणदीप गुलेरिया ने कहा कि देश भर में हुए चौथे सीरो सर्वे के आंकड़ों को देखते हुए तीसरी लहर में कम मामले आने की संभावना है। इसके साथ ही टीकाकरण होने के कारण भी तीसरी लहर कम प्रभावी होगी।

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बूस्टर डोज की आवश्यकता से ज्यादा ज्यादा टीकाकरण पर जोर

बूस्टर डोज के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास ऐसा कोई डेटा नहीं है, जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि बूस्टर डोज की आवश्यकता है। इसलिए बूस्टर डोज पर ध्यान देने के बजाय अधिक-से-अधिक टीकाकरण पर जोर दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरी लहर के दौरान अल्फा और डेल्टा वैरिएंट के कारण प्रतिदिन चार लाख से ज्यादा नए मामले आए थे, लेकिन तीसरी लहर में इसकी संभावना ना के बराबर है।

यह था चौथा सीरो सर्वे का देश में हाल

उल्लेखनीय है कि आइसीएमआर द्वारा किए गए चौथे सीरो सर्वे में देश में करीब 68 फीसद लोगों में एंटीबाडी पाई गई थी। गुलेरिया ने आगे यह भी कहा कि तीसरी लहर को लेकर भारत सरकार द्वारा सभी अस्पतालों में पीएसए प्लांट और लिक्विड आक्सीजन भंडारण की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही सभी अस्पतालों में आइसीयू बेड भी बढ़ाए जा रहे हैं।

बच्चों के संक्रमित होने की बात पर कहा संभावना कम

उन्होंने कहा कि जिस तरह से तीसरी लहर में बच्चों के अधिक संक्रमित होने की बात कही जा रही है। इसकी भी संभावना कम है। हालांकि, अस्पतालों के पीडियाट्रिक विभागों में बच्चों के लिए भी तैयारियां की गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकतर अस्पतालों में डाक्टर और नर्स को तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इसके साथ ही कई अस्पतालों में अभी भी प्रशिक्षण जारी है। वेबीनार में कई अन्य डाक्टरों ने भी भाग लिया। संचालन संस्था के सीईओ कमल नारायन ने किया। बता दे कि देश में अभी तक 60 करोड़ 23 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लग चुका है। इनमें से 46 करोड़ 67 लाख से अधिक लोगों को टीके की पहली और 13 करोड़ 56 लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज लग चुकी हैं।


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