शराब पर कोरोना टैक्स लगाकर दिल्ली सरकार ने की महज 7 दिन में करोड़ों की कमाई
दिल्ली सरकार ने शराब पर 70 फीसद कोरोना सेस लगाकर सात दिन में 55 करोड़ 34 लाख 27 हजार 240 रुपये की कमाई कर ली है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन के चलते गड़बड़ाए आर्थिक हालात को सुधारने के लिए दिल्ली सरकार ने शराब पर 70 फीसद कोरोना सेस लगाकर सात दिन में 55 करोड़ 34 लाख 27 हजार 240 रुपये की कमाई कर ली है। यह राशि दिल्ली की सभी शराब की दुकानें खोलने पर सरकार को मिलने वाले 4 दिनों के राजस्व के बराबर है। जबकि दिल्ली में अभी लॉकडाउन के चलते मात्र 172 दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है।
दिल्ली में चार निगमों डीएससीएसी, डीएसआइआइडीसी, डीसीसीडब्लयूएस और डीटीटीडीसी की शराब की दुकानें हैं। इसके अलावा करीब 500 निजी शराब की दुकानें हैं। 4 मई से 12 मई तक (एक ड्राई डे छोड़कर) सेस के अलावा 84 करोड़ 26 लाख 10 हजार 255 रुपये की शराब की बिक्री हुई। चूंकि
शराब पर 70 फीसद सेस 5 मई से लगा था। ऐसे में 5 से 12 मई तक 79 करोड़ 6 लाख 10 हजार 344 रुपये की शराब बेची गई है।
खटाई में पड़ सकती है शराब की होम डिलीवरी योजना
लॉकडाउन में शराब की होम डिलीवरी करने की योजना खटाई में पड़ सकती है। दरअसल, दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग के एक्ट में शराब की होम डिलीवरी का प्रावधान नहीं है। ऐसे में इसको कानूनी जामा पहनाने में समय लग सकता है।
होम डिलीवरी में अभी लगेगा समय
इस मामले में आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि होम डिलीवरी में अभी समय लग सकता है। हालांकि अभी शराब की कम दुकानें खुली हैं, जब ज्यादा दुकानें खुलेंगी तो शारीरिक दूरी की समस्या दूर हो जाएगी।वहीं, इस मामले में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने भी शराब की होम डिलीवरी पर चिंता व्यक्त की है। कोर्ट ने कहा कि होम डिलीवरी में इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि शराब को छीना जा सकता है।
बता दें कि लॉकडाउन में शराब की दुकानें खुलने से बड़ी संख्या में लोग खरीदने के लिए उमड़ पड़े। दुकानों के सामने लंबी-लंबी लाइनें देखी जा रही थीं। हालांक अब स्थिति सामान्य हो गई है। पहले की तुलना में भीड़ कम लग रही है।