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अनीता के साहस व जुनून के आगे कोरोना ने घुटने टेके, पूरा परिवार था संक्रमित, पढ़िए कैसे पाया काबू

कहानियों में तो सावित्री यमराज से पति के प्राण छीन लाती हैं लेकिन कुछ महिलाएं ही ऐसे उदाहरण असल जीवन में साकार कर पाती हैं। सरिता विहार निवासी अनीता बिष्ट ने हिम्मत व इच्छाशक्ति से खुद कोरोना को हराया बल्कि अपने पति को भी कोरोना के कहर से बचाया।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 01:38 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 01:38 PM (IST)
अनीता के साहस व जुनून के आगे कोरोना ने घुटने टेके, पूरा परिवार था संक्रमित, पढ़िए कैसे पाया काबू
कोरोना संक्रमित पति के इलाज के लिए फरीदाबाद, बल्लभगढ़ व उत्तराखंड तक भटकीं।

नई दिल्ली, [अरविंद कुमार द्विवेदी]। कहानियों में तो सावित्री यमराज से पति के प्राण छीन लाती हैं लेकिन कुछ महिलाएं ही ऐसे उदाहरण असल जीवन में साकार कर पाती हैं। ऐसी ही एक महिला हैं सरिता विहार निवासी 39 वर्षीय अनीता बिष्ट जिन्होंने अपनी हिम्मत व इच्छाशक्ति से न सिर्फ खुद कोरोना को हराया बल्कि अपने पति को भी कोरोना के कहर से बचाया। 18 अप्रैल को उनके इंजीनियर पति गजेंद्र सिंह बिष्ट (44) और दोनों बेटों (16 साल व पांच साल) को कोरोना हो गया था। वीडियो कंसल्टेशन पर ही पूरे परिवार का घर पर ही इलाज चल रहा था। गजेंद्र का आक्सीजन लेवल गिरता जा रहा था। आखिरकार 22 अप्रैल को अचानक गजेंद्र का आक्सीजन लेवल 80 से भी नीचे पहुंच गया। डॉक्टर ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कहा।

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बेड, दवा, आक्सीजन और एंबुलेंस कुछ नहीं मिल रहा था

यह वह दौर था जब लोगों को अस्पताल में बेड, आक्सीजन, दवा, एंबुलेंस.. हर चीज की किल्लत थी। बड़ी मुश्किल से एक एंबुलेंस मिली। दोनों बच्चों को घर पर छोड़कर अनीता पति गजेंद्र को होली फैमिली अस्पताल लेकर पहुंची। डॉक्टरों से मिन्नत करते-करते रात हो गई लेकिन बेड नहीं मिला। इसी बीच उनके एक पड़ोसी की कोरोना से मौत की सूचना मिली जिसका ऑक्सीजन लेवल 88 था। इससे अनीता और घबरा गईं।

रात को ही वह पति को लेकर फरीदाबाद पहुंचीं। काफी देर ढूंढने पर चौथे अस्पताल में बताया गया कि पांच लाख रुपये पहले जमा करने होंगे। फिर प्रतिदिन 75 हजार रुपये लगेंगे। इसी बीच पहले से उपलब्ध सिलेंडर की आक्सीजन खत्म हो गई। आक्सीजन की तलाश में वह रात करीब दो बजे बल्लभगढ़ पहुंची तो वहां 25 हजार रुपये में एक सिलेंडर मिला। बल्लभगढ़ से पति को लेकर वह यमुना स्पोर्टस काम्प्लेक्स में बनाए गए कोविड केयर सेंटर पहुंचीं।

यमुना स्पो‌र्ट्स काम्प्लेक्स में कराया भर्ती

डॉक्टरों से काफी गुजारिश की तो उन्हें स्पो‌र्ट्स काम्प्लेक्स में भर्ती किया गया। पति को यहां भर्ती कराने के बाद पता चला कि अनीता भी कोरोना पाजिटिव हो गई हैं। उन्होंने घर पर ही अपना इलाज करवाया। 18 दिन के इलाज के बाद 13 मई को पति डिस्चार्ज होकर घर पहुंचे।


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