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...ताकि चलती रहे सांसे, कोरोना मरीजों को पहुंचा रहे फ्री में ऑक्सीजन सिलेंडर

संस्था बी ह्यूमन के माध्यम से वह दिल्ली में 16 जगहों पर जरूरतमंद लोगों को जीवनदान देने के लिए अॉक्सीजन सिलेंडर किट उपलब्ध करा रहे हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 06:38 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2020 06:38 PM (IST)
...ताकि चलती रहे सांसे, कोरोना मरीजों को पहुंचा रहे फ्री में ऑक्सीजन सिलेंडर
...ताकि चलती रहे सांसे, कोरोना मरीजों को पहुंचा रहे फ्री में ऑक्सीजन सिलेंडर

नई दिल्ली [रितु राणा]। इस कोरोनाकाल में हमने मानवता के खूब उदाहरण देखे, कोई जगह-जगह खाने-पीने की चीजें बांट रहा है तो कोई कपड़े व अन्य जरूरत की चीजें। इन्हीं में से एक उदाहरण, मानवता की मिसाल पेश करने वाले दरियागंज निवासी आसिम हुसैन हैं। आसिम ने पिछले कुछ दिनों में यह महसूस किया कि कोरोना मरीजों को अॉक्सीजन सिलेंडर की ज्यादा जरूरत है और अस्पतालों में भी इनकी कमी है, तो इन्होंने मरीजों के लिए निशुल्क अॉक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराना शुरू कर दिया।

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दिल्‍ली में 16 जगहों पर उपलब्‍ध हे सिलेंडर किट

अपनी संस्था बी ह्यूमन के माध्यम से वह दिल्ली में 16 जगहों पर जरूरतमंद लोगों को जीवनदान देने के लिए अॉक्सीजन सिलेंडर किट उपलब्ध करा रहे हैं। मानव सेवा के उद्देश्य से काम कर रहे आसिम व उनकी टीम के लोग पिछले 15 दिन में कई जरूरतमंदों तक अॉक्सीजन सिलेंडर पहुंचाकर उनकी जान बचा चुके हैं।

यूं आया अॉक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने का ख्याल

आसिम हुसैन ने बताया कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने जगह-जगह कोविड सेंटर बनाने शुरू किए और शुरुआती लक्षण वाले मरीजों को होम क्वारंटाइन के लिए कहा गया। इसके अलावा जिनके घर छोटे थे तो उन मरीजों को कोविड सेंटर में तब्दील हॉल में रखा गया, तब हमने भी सोचा कि हमारे पास भी जगह होती तो हम भी कोविड सेंटर बनाकर सरकार का सहयोग करते, लेकिन फिर ख्याल आया कि कोरोना मरीजों की सबसे पहली जरूरत अॉक्सीजन सिलेंडर है, वह तो हम उपलब्ध करा ही सकते हैं।

तंग गलियों से अस्‍पताल जाने में लगता है समय

उन्होंने कहा कि दिल्ली में बहुत से ऐसे गली, मोहल्ले हैं जहां से मरीज को बाहर सड़क तक लाने और अस्पताल तक ले जाने में ही काफी समय बर्बाद होता है। वहीं, अस्पताल में भी मरीज को तुरंत भर्ती नहीं किया जाता है। इस देरी के चलते कई लोग अपनी जान गवां बैठते हैं, ऐसे ही जरूरतमंद मरीजों के पास हम तुरंत अॉक्सीजन सिलेंडर पहुंचाते हैं ताकि उनकी सांसे चलती रहे।

32 लोगों को दे चुके जीवनदान

आसिम ने बताया कि वह 20 जून से अब तक 32 लोगों के पास अॉक्सीजन सिलेंडर पहुंचाकर उन्हें जीवनदान दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि मरीजों को जितने समय के लिए सिलेंडर की जरूरत होती है वह ले जाते हैं, फिर जरूरत पूरी होने पर वह सिलेंडर लौटा जाते हैं। अब सभी सेंटर पर मरीजों के लिए फोलडिंग स्ट्रेचर व व्हीलचेयर भी रखी जा रही हैं। आसिम ने बताया कि आजकल एंबुलेंस भी तुरंत नहीं आ पाती है, तो जो ऊंची इमारतों पर रहते हैं, उन्हें एंबुलेंस आने तक हमारी टीम स्ट्रेचर पर लेटाकर नीचे ले आएगी, जिससे मरीज का समय और जीवन दोनों बचेगा।

इन जगहों पर मिलेगा अॉक्सीजन सिलेंडर

संस्था के सदस्य जावेद अख्तर ने बताया कि उनकी टीम द्वारा दिल्ली में 16 जगहों पर अॉक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे लोगों को ज्यादा लंबी दूरी भी तय नहीं करनी पड़ेगी, जिसके घर के पास जो सेंटर हो वह वहां सीधा संपर्क कर तुरंत सिलेंडर मंगवा सकता है। यह सिलेंडर कलां महल, तुर्कमान गेट, शकूर की डंडी, तिराहा बैरम खान, कूचा छेल्लन, चांदनी चौक, अजमेरी गेट, आजाद मार्केट, निजामुद्दीन वेस्ट, मुस्तफाबाद, हौज रानी, वजीराबाद, ओखला, शक्ति नगर, रोहिणी सेक्टर आठ व रोहिणी सेक्टर 11 में उपलब्ध हैं।

यह है लेने की प्रकिया

कोरोना मरीजों व अन्य जरूरतमंद मरीज डॉक्टर का प्रीस्क्रिप्शन और आधार कार्ड दिखाकर यहां से सिलेंडर ले जा सकते हैं। इस सिलेंडर का इस्तेमाल कैसे किया जाना है, यह जानकारी भी सिलेंडर लेने आने वाले लोगों को दी जाती है। इस नेक कार्य में मुहमम्द फरमान, बबलू प्रधान, सयैद अबरार अली, मुहम्मद सुहैल, तैयब अहसान, मुहम्मद ताकी, मुहम्मद शारिक, आतिक इस्माइल, मुहम्मद वासिल, फारुक सिद्दीकी, मुहम्मद सलीम, मुहम्मद अनस, कपिल रस्तोगी, यश व अनजनी कुमार योगदान दे रहे हैं।


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