coronavirus: संदिग्ध काेरोना पीड़ित बहनों को कराया गया अस्पताल में भर्ती, विदेश से आई थी मां
दो बहनों को संदिग्ध कोरोना पीड़ित होने के कारण आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पता चला है कि इनकी मां पहले से आरएमएल अस्पताल में भर्ती हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली-एनसीआर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। फिलहाल देश भर में 151 संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इधर, दिल्ली के दिलशाद गार्डन में भी संदिग्ध संक्रमित दो बहनों के बारे में पता चला है। पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन के एल पॉकेट में कोरोना वायरस संक्रमण का मामला सामने आया है।
आरएमएल अस्पताल में भर्ती
यहां से दो बहनों को संदिग्ध कोरोना पीड़ित होने के कारण आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पता चला है कि इनकी मां पहले से आरएमएल अस्पताल में भर्ती हैं। जांच में उनके कोरोना पॉजिटिव होने का पता चला।
लेने के लिए पहुंची टीम
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की टीम उनके एल पॉकेट, दिलशाद गार्डन स्थित घर पर पहुंच गई। यहां उनकी दोनों बेटियां बुखार में थीं। इसे देखते हुए टीम ने तुरंत दोनों को आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया।
पड़ोसियों के घरों को किया जा रहा सैनिटाइज
पीड़ित के घर के अलावा पड़ोसियों के घरों को भी सैनिटाइज किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक महिला और उनका बेटा गत 10 मार्च को साऊदी अरब से लौटा था। बेटे में फिलहाल कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं, लेकिन उनको भी क्वारेंटाइन किया गया है।
लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज में जांच लैब पूरी तरह से तैयार
इधर, कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज में जांच लैब पूरी तरह से तैयार है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने इस कॉलेज के लैब को रिएजेंट व अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करा दिए हैं। कॉलेज के निदेशक डॉ. एनएन माथुर ने कहा कि मंगलवार रात से मेडिकल कॉलेज लैब में ही कोरोना वायरस की जांच शुरू हो जाएगी। यह कोरोना की जांच के लिए दिल्ली की तीसरी लैब है।
दिल्ली सरकार अलर्ट
इधर, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी कोरोना को लेकर लगातार समीक्षा कर रहे हैं। अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में अस्पतालों में कोरोना के इलाज हुई व्यवस्था की समीक्षा कर जरूरी निर्देश दिए। सत्येंद्र जैन ने अधिकारियों को अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन बेड की व्यवस्था करने के लिए बेड संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।