Move to Jagran APP

Corona Fighter: दिल्ली पुलिस के 7 जवानों ने दी कोरोना को मात, बोले- वर्दी ने दी लड़ने की ताकत

Corona Fighter कोरोना वायरस से दिल्ली पुलिस के सात शूरवीर जंग जीतकर लौट आए हैं। हालांकि अभी सभी पुलिसकर्मी चांदनी महल थाने में ही आइसोलेट हैं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 12 May 2020 05:06 PM (IST)Updated: Tue, 12 May 2020 05:06 PM (IST)
Corona Fighter: दिल्ली पुलिस के 7 जवानों ने दी कोरोना को मात, बोले- वर्दी ने दी लड़ने की ताकत
Corona Fighter: दिल्ली पुलिस के 7 जवानों ने दी कोरोना को मात, बोले- वर्दी ने दी लड़ने की ताकत

नई दिल्ली [राहुल सिंह]। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से दिल्ली पुलिस के सात शूरवीर जंग जीतकर लौट आए हैं। सभी पुलिसकर्मियों का कहना है कि उन्हें खाकी की ताकत ने इतनी हिम्मत दी, जिसके बल पर उन्होंने आसानी से कोरोना को हरा दिया है। अब वह दुगने हौसले के साथ एक बार फिर अपना फर्ज निभाने को तैयार हैं।पुलिसकर्मियों का कहना है कि वह एक बार फिर जनता के साथ मिलकर अपराध को खत्म करने के लिए अपनी ड्यूटी करेंगे।

loksabha election banner

हालांकि अभी सभी पुलिसकर्मी चांदनी महल थाने में ही आइसोलेट हैं। बता दें कि चांदनी महल थाने में सबसे पहले पुलिसकर्मी संक्रमित आए थे, जिसके बाद दिल्ली पुलिस के महकमे में हलचल हो गई थी। इसके बाद लगातार दिल्ली के अलग-अलग थानों में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी और सेना के जवान कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

फिर से फर्ज निभाने को तैयार देवकरण

दिल्ली पुलिस के एएसआइ देवकरण का कहना है कि वह अप्रैल में अपनी ड्यूटी के लिए क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इस बीच 13 अप्रैल को थाने के पास कोरोना की जांच के लिए टेस्ट कराए गए, जिसमें दो पुलिसकर्मी संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद 16 अप्रैल को देवकरण ने टेस्ट कराया, जिसकी 19 अप्रैल को पॉजीटिव रिपोर्ट आई। एएसआइ का कहना है कि वह 20 अप्रैल को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हुए, जहां उनका उपचार होता रहा। इस बीच परिवार से लगातार बातचीत की। अब ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी देकर 14 दिन के लिए थाने में ही आईसोलेशन किया गया है। उनका कहना है कि जल्द ही वह अपनी ड्यूटी करने को तैयार हैं।

वर्दी की ताकत और योग से जीत हुई आसान

बहादुरगढ़ के रहने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल यादराम का कहना है कि कोरोना की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद एक बार डर गए थे, लेकिन इस बीच दिल्ली पुलिस के कमिश्नर समेत अन्य आलाधिकारियों ने लगातार फोन पर बातचीत कर हौसला अफजाई की। यादराम का कहना है कि 20 अप्रैल को वह अस्पताल में भर्ती हुए थे, जिसके बाद उन्हें उपचार मिलता रहा। इस बीच उन्हें वर्दी की ताकत ने लगातार हौसला दिया और दोबारा ड्यूटी करने की बात याद दिलाई। साथ ही रोजाना किए जाने वाले योग आसन से भी कोरोना को हराना आसान हो गया।

वीडियो कॉल पर परिवार ने दी ताकत

चांदनी महल थाने में तैनात दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल मुकेश ने बताया कि उन्होंने 16 अप्रैल को अपना टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर 20 अप्रैल को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान लगातार सुबह और शाम को योग के अलग-अलग आसान किए। योग की मदद से स्वस्थ होने में बहुत मदद मिली। उन्होंने बताया कि अस्पताल की ओर से सुबह नाश्ते में ब्रेड, अंडे पनीर और दोपहर और शाम को रोटी, सब्जी, चावल और दाल दी जाती थी। अस्पताल में रहते हुए परिवार से वीडियो कॉल पर बातचीत की, जिससे सही होने की ताकत मिली।

सकारात्मक सोच ने लड़ाई को बना दिया आसान

कांस्टेबल विकास कुमार वर्मा ने बताया कि 15 अप्रैल को दिल्ली गेट स्थित एक कैंप में जाकर कोरोना का टेस्ट कराया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। विकास का कहना है कि वह दिल्ली पुलिस के तीसरे वह पुलिस कर्मी थे, जोकि कोरोना की चपेट में आए थे। उन्होंने बताया कि वह जमातियों की तलाश करते वक्त कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। उन्होंने बताया कि उन्हें मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सकारात्मक सोच और वर्दी के फर्ज ने कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई को आसान बना दिया है। अब दोबारा से जनता की रक्षा करने के लिए ड्यूटी करने को तैयार हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.