तिलक नगर स्थित अस्पताल को शुरू करने के लिए पहले नियुक्त होगा सलाहकार फिर मरीजों को मिलेगी सुविधा
निगम ने सलाहकार पद पर वाक इन इंटरव्यू के आवेदन करने को कहा है। निगम की कोशिश है कि छह माह में इस अस्पताल को शुरू कर दिया जाए। सलाहकार की नियुक्ति छह माह के लिए की जा रही है। इसमें इस अस्पताल को शुरू किया जाना है।
नई दिल्ली, [निहाल सिंह]। कोरोना को लेकर स्थिति सामान्य होने के बाद दक्षिणी निगम अपने तिलक नगर स्थित अस्पताल को पूरी तरह शुरू करने की तैयारी में जुट गया है। संभवत: इस पर आने वाले माह में तेजी से काम होगा। फिलहाल, निगम ने इसको शुरू करने के लिए सलाहकार की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 27 मई को निगम मुख्यालय में सलाहकार पद के लिए साक्षात्कार होंगे। सलाहकार की नियुक्ति के बाद उनकी सलाह पर इस अस्पताल को पूरी तरह से शुरू किया जाएगा।
निगम ने सलाहकार पद पर वाक इन इंटरव्यू (मौके पर साक्षात्कार) के आवेदन करने को कहा है। निगम की कोशिश है कि छह माह में इस अस्पताल को शुरू कर दिया जाए, क्योंकि सलाहकार की नियुक्ति छह माह के लिए की जा रही है। इसमें इस अस्पताल को शुरू किया जाना है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पूर्व जनवरी 2020 में इस 100 बिस्तर वाले अस्पताल का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने किया था, लेकिन यह अस्पताल पूरी तरह से शुरू हो नहीं हो पाया था। सलाहकार की मदद से इसको शुरू करने की पूरी योजना बनाई जाएगी, जिसमें वार्ड बनाने, आपरेशन थियेटर व लेबर रूम में मरीजों को बेहतर इलाज के लिए जरूरी वस्तुओं की रिपोर्ट सलाहकार की मदद से बनाई जाएगी। सलाहकार अस्पताल में बनाए ढांचे की समीक्षा करेगा और गैस पाइपलाइन व अग्निशमन से बचने के उपाय के सुझाव देगा।
कितना चाहिए स्टाफ, इसकी भी बनानी होगी रिपोर्ट
निगम के इस अस्पताल को पूरी तरह शुरू न करने के कई कारण हैं। इसका मुख्य कारण संसाधनों का अभाव और स्टाफ की कमी है। इसलिए सलाहकार की मदद से किस विभाग में कितना स्टाफ चाहिए, इसकी पूरी रिपोर्ट बनाई जाएगी। इस पर कितना खर्चा होगा, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी। निगम उसी लिहाज से इसके संसाधन जुटाकर कार्य शुरू करेगा।
अस्पतालों की इमारतों को किराये पर देने का प्रस्ताव भी हो चुका है पास
तिलक नगर के निगम अस्पताल और कालकाजी के पूर्णिमा सेठी अस्पताल अब तक पूरी तरह से शुरू नहीं हुए हैं। ऐसे में बहुत सारा स्थान रिक्त है। इसके लिए इन खाली स्थानों को किराये पर देने का प्रस्ताव भी निगम से पास हो चुका है। इसमें निजी कंपनियों के स्वास्थ्य जांच लैब व क्लीनिक चलाने की बात थी। इसमें मरीजों को रियायत दर पर ये सुविधाएं देने की बात थी।