दिल्ली सरकार और अधिकारियों के बीच टकराव, मामला विशेषाधिकार समिति को सौंपा
दिल्ली सरकार-अधिकारी के बीच टकराव की स्थिति अधिकारी के बैठक में न पहुंचने को लेकर बनी है।
नई दिल्ली (संजीव गुप्ता)। मुख्य सचिव बदसुलूकी मामला अभी निपटा भी नहीं है और अधिकारियों से टकराव की नई राह तैयार हो गई है। इस बार यह स्थिति अधिकारी के बैठक में न पहुंचने को लेकर बनी है। इससे खफा विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले को विशेषाधिकार समिति को भेज दिया है। दरअसल, 26 अप्रैल को विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने अपने विधानसभा क्षेत्र संख्या 62 शाहदरा के विकास कार्यों को लेकर
एक बैठक का नोटिस निकाला।
यह बैठक 2 मई को पुराना सचिवालय स्थित उनके चैंबर में अपराह्न तीन बजे बुलाई गई। बैठक के एजेंडे में झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र के पार्कों का विकास व रखरखाव तथा जीटी रोड झिलमिल शाहदरा स्थित औद्योगिक क्षेत्र में अतिक्रमण व अवैध कब्जे पर चर्चा शामिल थी।
विधानसभाध्यक्ष के सचिव अजय रावल की ओर से जारी इस नोटिस में डीएसआइआइडीसी (दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रीयल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन) के प्रबंध निदेशक (एमडी) मोहनजीत सिंह को संबंधित जानकारी और दस्तावेजों सहित मौजूद रहने के लिए कहा गया।
बताया जा रहा है कि किन्हीं कारणों से एमडी ने बैठक में स्वयं न पहुंचकर संबंधित जानकारी और दस्तावेजों के साथ वरिष्ठ मुख्य अभियंता अजय मित्तल को भेज दिया। प्रबंध निदेशक की गैरमौजूदगी विधानसभा अध्यक्ष को नागवार गुजरी और उन्होंने मामला विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया।