देश के सबसे बड़े रेल नेटवर्क पर फिर दिक्कत, 2 महीने में 8वीं पर येलो लाइन पर मेट्रो बाधित
कॉरिडोर पर सिग्नल में खराबी आने से सुल्तानपुर से हुडा सिटी सेंटर के बीच मेट्रो परिचालन प्रभावित हुआ। इससे दिल्ली से गुरुग्राम के बीच आवागमन की सुविधा बाधित हुई।
नई दिल्ली, जेएनएन। यलो लाइन पर तकनीकी खराबी की लगातार हो रही घटनाएं यात्रियों के लिए सिरदर्द बनती जा रही है। पहले भी यहां तकनीकी खराबी के चलते मेट्रो परिचालन प्रभावित होने के बड़े मामले हुए हैं, लेकिन पिछले दो माह से ऐसी घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। इसी क्रम में बृहस्पतिवार की सुबह इस कॉरिडोर पर सिग्नल में खराबी आने से सुल्तानपुर से हुडा सिटी सेंटर के बीच मेट्रो परिचालन प्रभावित हुआ। इससे दिल्ली से गुरुग्राम के बीच आवागमन की सुविधा बाधित हुई।
वहीं, दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) का कहना है कि सुबह 6:30 बजे से 7:30 बजे तक ही परिचालन प्रभावित रहा था। इसके बाद परिचालन सामान्य हो गया, लेकिन यात्रियों ने व्यस्त समय में भी मेट्रो विलंब से चलने की शिकायत की।
डीएमआरसी के अनुसार, सुल्तानपुर से घिटोरनी मेट्रो स्टेशन के बीच अचानक सिग्नल में खराबी आ गई। इस वजह से मेट्रो की रफ्तार धीमी हो गई। बहरहाल, हर स्टेशन पर पांच से सात मिनट तक रुक-रुककर मेट्रो ट्रेनें चल रही थीं। इसका असर यलो लाइन के पूरे कॉरिडोर पर पड़ा। दो माह में यह आठवां मौका है, जब यलो लाइन पर मेट्रो का परिचालन प्रभावित हुआ। दिल्ली से काफी संख्या में लोग काम करने गुरुग्राम जाते हैं। इसलिए इस कॉरिडोर पर बार-बार तकनीकी खराबी आने से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। डीएमआरसी इस समस्या का स्थायी हल नहीं निकाल पा रहा है।
लोग देर से पहुंचे दफ्तर
यलो लाइन पर मेट्रो की सेवा बृहस्पतिवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे से सुबह लगभग साढ़े सात बजे तक प्रभावित रही। इससे काफी यात्री समय से अपने काम पर नहीं पहुंच सके। सुल्तानपुर मेट्रो स्टेशन से घिटोरनी मेट्रो स्टेशन के बीच बृहस्पतिवार सुबह सिग्नल में तकनीकी खराबी आ गई थी। इसे ठीक करने में लगभग एक घंटे का समय लग गया। सेवा प्रभावित होने से परेशान यात्री आनंद सिंह ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा, बंद ही कर दो इस लाइन को ..। यात्री राजेश कुमार, अमृत सिंह, जय सिंह राणा एवं नरेश पंवार ने कहा कि दिल्ली मेट्रो से यात्रा अधिकतर कामकाजी लोग करते हैं। सेवा प्रभावित होने पर वे समय से काम पर नहीं पहुंच पाते हैं। आज कल सभी जगह बायोमीट्रिक मशीन की व्यवस्था है। इससे पता चल जाता है कि कौन कितनी देरी से काम पर पहुंचा। यदि 10 से 15 मिनट भी सेवा प्रभावित होती है तो इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ता है। इसे देखते हुए दिल्ली मेट्रो प्रबंधन रूटों के रखरखाव के ऊपर गंभीरता से ध्यान दे। काम पर देरी से पहुंचने की वजह से कई बार शर्मिंदा होना पड़ता है। इस मामले में मेट्रो प्रवक्ता ने कहा कि सिग्नल में तकनीकी खराबी की वजह से कुछ देर यात्रियों को परेशानी हुई।
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