600 बेड के अस्पताल के उद्घाटन से जानिए कैसे दिल्ली के लाखों लोगों की जरूरतें होंगी पूरी
अंबेडकर अस्पताल दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा। दिल्ली में लगातार बेहतर हो रही स्वास्थ्य सुविधाओं से कोरोना पर भी काबू में आ रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एक अस्पताल कई लोगों को रोजगार मुहैया कराता है। कई बीमार लोगों को स्वस्थ करता है। समाज सेवा के साथ रोजगार मुहैया कराने के कई अवसर एक अस्पाल से मिलते हैं। दिल्ली में भी एक 600 बेड के अस्पताल का सीएम केजरीवाल ने उद्घाटन किया। आइए जानते हैं कैसे एक अस्पताल लाखों लोगों की जरूरत को पूरा करेगा। यह अस्पताल जिस इलाके में खुला है वहां कोई भी सरकारी अस्पताल नहीं था। अंबेडकर नगर में खुले अस्पताल से इसके आसपास के इलाके अलावा देवली, संगम विहार, बदरपुर, छतरपुर आदि जगहों की लाखों की आबादी को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा
अंबेडकर अस्पताल दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा। दिल्ली में लगातार बेहतर हो रही स्वास्थ्य सुविधाओं से कोरोना पर भी काबू पाने में काफी हद तक सफलता मिली है और मरीजों के ठीक होने की दर लगातार बढ़ रही है। कोरोना पॉजिटिव मामले भी कम मिल रहे हैं। इसके साथ ही कोरोना से मृत्यु दर भी कम हो रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को यह बातें अंबेडकर नगर में नवनिर्मित अस्पताल का उद्घाटन करते हुए कही हैं।
200 बेडों के साथ शुरू हुआ अस्पताल
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंबेडकर अस्पताल 600 बेड का होगा, लेकिन कोरोना के मद्देनजर अभी 200 बेड के साथ इसे शुरू किया जा रहा है। इसमें प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है। अस्पताल के बचे हुए 400 बेड भी एक से डेढ़ महीने में शुरू कर दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अस्पताल कई महीने बाद शुरू होना था, लेकिन इंजीनियर्स, डॉक्टर्स आदि ने कड़ी मेहनत करके इसे समय से पहले शुरू कर दिया। इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। इस मौके पर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, अंबेडकर नगर विधायक अजय दत्त, मदनगीर के निगम पार्षद दिनेश कुमार के अलावा स्वास्थ्य विभाग व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
इन विधानसभा क्षेत्र के लोगों को मिलेगा लाभ
अंबेडकर अस्पताल शुरू होने से अंबेडकर नगर के अलावा देवली, संगम विहार, बदरपुर, छतरपुर आदि विधानसभा क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा। घनी आबादी होने के बावजूद यहां आसपास कोई सरकारी अस्पताल नहीं था। इसके चलते इस पूरे इलाके के लोगों को उपचार कराने में दिक्कत होती थी।
दिल्ली सरकार की पूरी है तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान से प्रार्थना करता हूं कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए शुरू किए गए इस 200 बेड के अस्पताल की जरूरत ही न पड़े। कोरोना ऐसी महामारी है, जिसके बारे में किसी को भी नहीं पता है कि आने वाले समय में क्या होगा। इसलिए पुख्ता तैयारियों के मद्देनजर यह सारी कवायद की जा रही है। दिल्ली में कोरोना की स्थिति अभी नियंत्रण में हैं, लेकिन कब स्थिति बिगड़ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। यदि भविष्य में स्थिति खराब होती है, तो उससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार की पूरी तैयारी है।