दिल्ली विधानसभा बजट सत्र: सीएम अरविंद केजरीवाल बोले- अगर नेता भ्रष्टाचार में पकड़ा जाए तो गद्दार घोषित किया जाए, जानिए और क्या कहा?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये जो बजट दिल्ली की विधानसभा में प्रस्तुत किया गया बजट ऐतिहासिक है। चाहें केंद्र सरकार को ले लो या राज्य सरकार ले लो आजाद भारत मे पहली बार एक बजट रोजगार बजट पेश किया गया है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली में विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। मंगलवार को बजट सत्र में चर्चा के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि बजट में 6500 लोगों के सुझाव शामिल किए गए हैं। 12 लोग ऐसे हैं जिन्होंने बहुत अच्छे सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी कहते हैं कि बजट निराशाजनक है। उनके पास बजट में कुछ कहने के लिए बचा नहीं है, इसलिए उनके लिए यह बजट निराशाजनक हो सकता है। इसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल बोलने के लिए खड़े हुए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की विचारधारा के तीन स्तंभ हैं। पहला कट्टर देश प्रेम, दूसरा स्तंभ कट्टर ईमानदारी और तीसरा ईसानियत।
विधानसभा में खुलेतौर पर उन्होंने कहा कि जनता को पता चलता है कि किसी नेता ने भ्रष्टाचार किया है तो उसके तन में आग लग जाती है। हमारी मांग है कि अगर नेता भ्रष्टाचार में पकड़ा जाए तो गद्दार घोषित किया जाए। देश में 75 सालों में कई घोटाले हुए हैं मगर कोई नहीं पकड़ा गया है। ऐसा कैसे हो रहा है कि भ्रष्टाचार हो रहा है और भ्रष्टाचार करने वाला पकड़ा नहीं जाता है।
बजट सत्र के दौरान उन्होंने कहा कि कुछ सरकारों ने एंटी-बैगिंग एक्ट पारित किया क्योंकि उनमें इंसानियत नहीं थी। लेकिन इस बजट में हमने ट्रैफिक सिग्नल पर भीख मांगने बच्चों के लिए 10 करोड़ रुपए के बोर्डिंग स्कूल बनाने का फैसला किया है, जहां उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा। विधानसभा में कहा कि रेड लाइट पर गाड़ी रूकती है तब बच्चे भीख मांगते दिखते हैं सरकार उनके लिए बोर्डिंग स्कूल बनाएगी जिससे उनका भविष्य उज्जवल हो सके।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बोलने के लिए खड़े हुए तो भाजपा के जितेंद्र महाजन और अनिल वाजपेयी को सदन से बाहर कर दिया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बोलना शुरू किया। उन्होंने कहा कि ये जो बजट दिल्ली की विधानसभा में प्रस्तुत किया गया बजट ऐतिहासिक है। चाहें केंद्र सरकार को ले लो या राज्य सरकार ले लो, आजाद भारत मे पहली बार एक बजट रोजगार बजट पेश किया गया है। इससे पहले रोजगार पर केवल चुनाव के समय रोजगार की बात होती थी।
उन्होंने कहा कि हमारी पंजाब में सरकार नई बनी है। 10 दिन के अंदर 25 हजार नौकरियों की घोषणा की है। हम दिल्ली के बजट में पाँच साल में 20 लाख नौकरियां लेकर आए हैं। इसे हम हर हाल में पूरा करके दिखाएंगे। हमारी पार्टी देश भक्त पार्टी है। हम जब लालबत्ती पर रुकते हैं तो बच्चे भीख मांगते हुए आ जाते हैं। मगर आज तक उनके कल्याण के लिए किसी ने नहीं सोचा। हमने सोचा है, हम इन बच्चों को पढ़ाएंगे।
उन्होंने कहा कि मैं इनकम टैक्स में नौकरी करता था, नौकरी छोड़ी देश सेवा के लिए जुट गया। सुन्दरनगरी की झुग्गियों में रहा। यह देखने के लिए कि किस तरह वे लोग रहते हैं। बीमार होने पर उन्हें जीटीबी अस्पताल ले जाता था। मरीजों को दवाई नहीं मिलती थी, अब स्वास्थ्य को बेहतर कर दिया है। शिक्षा बेहतर कर दी है। पहले लोगों को राशन नहीं मिलता था। हम सरकार में आए तो हमने राशन की डोर स्टेप डिलीवरी करने की योजना बनाई मगर केंद्र ने योजना लागू नहीं होने दी। केंद्र सरकार हमारी योजनाएं रोकती है। हमारे काम रोकती है।
इसी के साथ दिल्ली विधानसभा में दिल्ली सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए साल 2022-23 के बजट को ध्वनिमत से पारित कर किया गया। बजट उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पेश किया था। 26 मार्च पेश किए गए बजट पर दो दिन तक चर्चा हुई। इसके बाद अब दिल्ली विधानसभा सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया।