Noida News: पांच साल में 15 हजार की नौकरी से करोड़ों का मालिक बन गया नटवरलाल, चीन में करने गया था पढ़ाई
Chinese Spying Case यह खुलासा होन से दैनिक जागरण की खबर पर मुहर लगई है। नटवरलाल की गिरफ्तारी से खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने महंगी गाड़ियां बाइक घड़ी व अन्य सामान बरामद किया है।
नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। चीनी नागरिकों के अवैध कारोबार का असली सूत्रधार रविकुमार नटवरलाल पांच साल में 15 हजार की नौकरी से करोड़ों का मालिक बन गया। उसके पास से मिली गाड़ी, घडि़यां, जूते व अन्य सामान की कीमत कई करोड़ में है। पांच करोड़ का कैंसिल चेक समेत कई अन्य दस्तावेज पुलिस को मिले हैं।
पांच साल पहले वर्ष 2017 में चीन से आने के बाद उसने गुजरात में चीन की फैक्ट्री में नौकरी शुरू की जो कि मोबाइल बनाती है। उसने 15 हजार रुपये महीने पर बतौर ट्रांसलेटर पहली नौकरी शुरू की थी।
दरअसल, चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गया नटवरलाल भगोड़ा साबित हो गया। वह एमबीबीएस की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर चीनी भाषा सीखकर भारत आ गया। चीनी भाषा का अच्छा ज्ञान होने की वजह से उसे चीन की फैक्ट्री में ट्रांसलेटर की नौकरी तुरंत मिल गई। वह चीनी नागरिकों के अवैध कारोबार से जुड़ गया।
हवाला के माध्यम से विदेश से होने वाली फंडिंग में उसकी संलिप्तता है। जो बाइक नटवरलाल के कब्जे से बरामद हुई है वह महज पांच सौ किलोमीटर चली है। ऐसे में यह बात तय है कि बाइक भी कुछ दिन पहले ही खरीदी गई है। बाइक की कीमत तीन लाख से अधिक है।
अवैध रूप से मोटी रकम मिलने पर नटवरलाल के शौक भी महंगे होते चले गए। कब्जे से मिले घडि़यों के बिल नटवरलाल के नाम पर ही है। सभी महंगी घडि़यां दिल्ली से खरीदी गई थीं।
मंगेतर ने बनाई दूरी सूत्रों ने दावा किया है कि नटवरलाल की करतूत प्रकाश में आने के बाद मंगेतर ने उससे दूरी बना ली है। दोनों की मुलाकात चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान हुई थी। इसी महीने आठ जून को दोनों की सगाई हुई थी।
अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई से पहले पकड़ा नटवरलाल की अग्रिम जमानत अर्जी पर सोमवार को सुनवाई होनी थी। इससे पहले ही पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। जमानत अर्जी के मामले में अगली सुनवाई के लिए 30 जून की तिथि कोर्ट ने तय की है।