राष्ट्रपति भवन में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला एक और आरोपित गिरफ्तार
राष्ट्रपति भवन में चतुर्थ श्रेणी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के मामले में क्राइम ब्रांच ने एक और आरोपित मोनू को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। राष्ट्रपति भवन में चतुर्थ श्रेणी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के मामले में क्राइम ब्रांच ने एक और आरोपित मोनू को गिरफ्तार किया है। मोनू उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला है। वह घटना के दौरान राष्ट्रपति भवन में ही अस्थायी तौर पर तैनात था। इससे पहले क्राइम ब्रांच राष्ट्रपति भवन में तैनात बटलर मोती व दिल्ली पुलिस के सिपाही हरेंद्र को गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक मोती मुख्य आरोपित है। उसने राष्ट्रपति भवन में तैनात सिपाही हरेंद्र, अस्थायी तौर पर तैनात मोनू, वीरेंद्र व शेखर आदि कुछ कर्मियों के सहयोग से दिल्ली व उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के करीब 35-40 युवाओं से संपर्क साध उन्हें राष्ट्रपति भवन में चतुर्थ श्रेणी में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। इसके लिए युवाओं से तीन से चार लाख रुपये तक लिए गए थे।
वहीं कुछ युवाओं से बातचीत भी चल रही थी। लेकिन, इससे पहले ही मोती दबोच लिया गया। करीब डेढ़ साल पहले एक युवक ने बुलंदशहर व दूसरे ने दिल्ली में मुकदमा दर्ज कराया था। मोनू व उसकी पत्नी बबीता को किसी प्लेसमेंट एजेंसी ने राष्ट्रपति भवन में नौकरी दिलवाई थी। जांच में सामने आया था कि युवाओं से लेनदेन की बात तय होने के बाद मोती ने अलग-अलग समूह में युवाओं के राष्ट्रपति भवन के परिसर में किसी कमरे में साक्षात्कार लिया था और परिसर में ही स्थित डिस्पेंसरी में मेडिकल कराया था। साक्षात्कार और मेडिकल के बावजूद तय समय पर युवाओं को नियुक्ति पत्र नहीं मिला।
पूछताछ पर यह लोग आनाकानी करने लगे तो शक होने पर दो युवकों ने मुकदमा दर्ज करवा दिया था। इसके बाद कुछ महीना पहले क्राइम ब्रांच ने पहले मोती और फिर सिपाही हरेंद्र को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ के बाद पिछले हफ्ते बुलंदशहर से मोनू को दबोच लिया। जांच में जिनकी संलिप्तता पाई जा रही है। उनकी गिरफ्तारी की जा रही है। राष्ट्रपति भवन से जुड़ा मामला होने के कारण क्राइम ब्रांच इसे बेहद गंभीरता से ले रही है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा।
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