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Delhi News: बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरफ्तार, मेल पर भेजते थे फर्जी नियुक्ति पत्र

इस दौरान उन्हें पता लगा कि काल सेंटर का मालिक नौकरी दिलाने के नाम पर भोले-भाले लोगों को ठग रहा है। काल सेंटर में काम करते हुए उन्हें लोगों को ठगने की जानकारी हासिल की व नौकरी छोड़कर खुद भी लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने लगे।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Sat, 16 Apr 2022 04:32 PM (IST)Updated: Sat, 16 Apr 2022 04:32 PM (IST)
Delhi News: बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरफ्तार, मेल पर भेजते थे फर्जी नियुक्ति पत्र
दोनों आरोपितों सिद्धार्थ कार्की और आयुष राजपूत को गिरफ्तार कर लिया।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। रोहिणी जिला पुलिस की रोहिणी साइबर थाना पुलिस ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी दिलाने का ढांसा दे लोगों को ठगने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।आरोपितों की पहचान उत्तम नगर के जीवन पार्क के आयुष राजपूत व जनकपुरी के चाणक्य पैलेस के सिद्धार्थ कार्की के रूप में हुई है।आरोपितों के पास से तीन लैपटाप, नौ सिम कार्ड, नौ मोबाइल, 23 डेबिट कार्ड, 47 हजार नकदी व अन्य सामान बरामद किया है।आरोपित स्वयं को एचआर अधिकारी बताते थे व आनलाइन ही उनका साक्षात्कार लेते थे।आरोपित अभी तक सैकड़ों लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं।

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रोहिणी जिला पुलिस उपायुक्त प्रणव तायल ने बताया कि अप्रैल की शुरुआत में एक युवक ने बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी होने से संबंधित शिकायत दर्ज करवाई थी। उसकी शिकायत पर मामला दर्ज कर एसएचओ अजय दलाल के नेतृत्व में एक टीम बनाई। टीम ने तकनीकी जांच कर दोनों आरोपितों सिद्धार्थ कार्की और आयुष राजपूत को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि वह दोनों एक दुसरे से जिम में मिले थे।इसके बाद वह दोस्त बन गए।उन्होंने बताया कि वह एक वर्ष पहले एक काल सेंटर में काम करते थे। इस दौरान उन्हें पता लगा कि काल सेंटर का मालिक नौकरी दिलाने के नाम पर भोले-भाले लोगों को ठग रहा है। काल सेंटर में काम करते हुए उन्हें लोगों को ठगने की जानकारी हासिल की व नौकरी छोड़कर खुद भी लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने लगे।

यहां से खरीदते थे डेटा: आरोपित लिंक्डइन, नौकरी डाट काम, हिरिस्ट डाट कॉम, फ्रेशरवर्ल्ड डाट काम और मान्स्टर डाट काम से नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों का डेटा खरीदते थे।इसके बाद अपनी योग्यता और अनुभव के आधार पर विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी की पेशकश करके नौकरी के इच्छुक लोगों को ठगते थे।आरोपित गूगल मीट एप के माध्यम से फोन पर फर्जी टेली-इंटरव्यू कर पीड़ितों को उनके ईमेल पर फर्जी नियुक्ति पत्र भी भेजते थे।


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