पीएम मोदी के साथ आज चंद्रयान-2 की चांद पर सफल लैंडिंग देंखेंगे दिल्ली-NCR के दो छात्र
Chandrayaan 2 की चांद पर सफल लैंडिंग दिल्ली-एनसीआर के दो छात्र पीएम मोदी के साथ बेंगलुरू में देखेंगे।
नई दिल्ली/नोएडा, प्रेट्र। चंद्रयान मिशन-2 (Chandrayaan 2) शुक्रवार-शनिवार की रात करीब दो बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बेंगलुरु में इस ऐतिहासिक पल के गवाह दिल्ली-एनसीआर के दो छात्र बनेंगे। 10वीं क्लास में पढ़ने वाले नोएडा के शिवांश पाल (Shivansh Pal) और दिल्ली के मानोग्य पीएम मोदी के साथ चंद्रयान-2 की सफल लैंडिंग देखेंगे। यह गौरव दोनों छात्रों को स्पेस क्विज-2019 के प्रश्नों के उत्तर देने के बाद मिला है।
नोएडा के शिवांश पाल( Shivansh Pal) नोएडा में एमिटी स्कूल के 10वीं के छात्र हैं। माइ गवर्नमेंट और इसरो द्वारा आयोजित स्पेस क्विज में शिवांश पाल गौतमबुध नगर जिले के पहले और यूपी के ऐसे तीसरे छात्र हैं जो इसमें चयनित हुए हैं। स्पेस क्विज का आयोजन 10 से 25 अगस्त तक किया गया था। शिवांश पाल का कहना है कि वह इस गौरवशाली पल को देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। शिवांश का कहना है कि उनकी रूचि अंतरिक्ष विज्ञान में है। वह आगे चलकर अंतरिक्ष के क्षेत्र में कुछ करना चाहते हैं।
वहीं, दिल्ली के दिल्ली कैंट स्थित केंद्रीय विद्यालय के छात्र मानोग्य भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग बेंगलुरु स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के नियंत्रण कक्ष में इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनेंगे। भारत सरकार से इस बावत उन्हें आमंत्रण मिला है। मानोग्य को अब उस ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार है, जब चांद की सतह को चंद्रयान मिशन-2 चूमेगा।
मानोग्य की स्पेस में है रुचि
नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले मानोग्य ने बताया कि उन्हें स्पेस में काफी रुचि है। वे आगे चलकर इस क्षेत्र में नाम कमाना चाहते हैं। पिछले दिनों भारत सरकार की ओर से हर स्कूल में स्पेस क्विज का आयोजन किया गया था। इसमें उन्होंने भी भाग लिया था। पूरे देश में करीब दस दिनों तक इसका आयोजन हुआ। क्विज प्रतियोगिता में दिल्ली में प्रथम आने के बाद मानोग्य को केंद्र सरकार से इस पल का गवाह बनने के लिए निमंत्रण मिला।
पीएम के साथ रहने को लेकर उत्सुक
मानोग्य ने कहा कि उनके लिए यह सबसे बड़ा दिन है। ‘मैं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उस क्षण को जी सकूंगा, जिसका इंतजार पूरे देश को है।’ उन्हें बचपन से ही स्पेस के बारे में जानने की इच्छा रही। आगे चलकर वह एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं, और यह उनकी पहली सीढ़ी है। एयरफोर्स में कार्यरत मानोग्य के पिता विनोद कुमार सिंह ने बताया कि बेटे की उपलब्धि से वह व पत्नी अनीता सिंह काफी खुश हैं। अनीता ने कहा कि बेटे की सफलता के बाद अब उन्हें उस दिन का बेसब्री से इंतजार है, जब मानोग्य प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान-2 की सफलता को देखेगा।
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