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चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने किया जूम एप के बहिष्कार का ऐलान

सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल व अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि कई व्यापारी नेताओं से बातकर यह सामूहिक निर्णय लिया गया है कि अब जूम एप का इस्तेमाल नहीं करेंगे।

By Prateek KumarEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 08:33 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 08:33 PM (IST)
चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने किया जूम एप के बहिष्कार का ऐलान
चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने किया जूम एप के बहिष्कार का ऐलान

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने भी अब जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप के बहिष्कार का ऐलान किया है। सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल व अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि कई व्यापारी नेताओं से बातकर यह सामूहिक निर्णय लिया गया है कि अब जूम एप का इस्तेमाल नहीं करेंगे।

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व्‍यापारी और फैक्‍ट्री मालिक हुए जूम के खिलाफ

व्यापारी और फैक्ट्री मालिकों से भी हमने आग्रह किया है कि मोबाइल से जूम एप को हटा दें। लॉकडाउन के बाद व्यापारियों ने अपनी कई महत्वपूर्ण बैठकें जूम एप पर की थी। बृजेश गोयल ने कहा कि इसका सर्वर चीन में है। आशंका है कि चीन हमारे डाटा को चुराने की कोशिश में है।

देना होता है सलाना शुल्‍क

उन्‍होंने बताया कि यह एप 40 मिनट तक मुफ्त है, उसके बाद उपयोगकर्ता से लगभग 13 हजार रुपए सालाना शुल्क वसूलता है। उन्होंने बताया कि अब सभी ट्रेडर्स भारतीय एप जियोमीट या अन्य किसी ऐप के जरिए मीटिंग करेंगे।

ये मुफ्त होने के साथ- साथ भारतीय 

विदेशी ऐप की जगह भारतीय ऐप के उपयोग पर कहा कि इससे हिन्दुस्तानियों का डाटा विदेश जाने का खतरा नहीं है। सभी कारोबारियों से अपील है कि वे अपनी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जियोमीट या किसी अन्य ऐप से करें।लेकिन, जूम या किसी अन्य चीनी मोबाइल ऐप से नहीं करें। उन्होंने केंद्र सरकार से 59 चीनी एप की तरह जूम पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है ।

जूम से भारतीय डाटा चीन जाने का खतरा

सीटीआई महासचिव विष्णु भार्गव और उपाध्यक्ष नवदीप मल्होत्रा ने बताया कि प्रमुख सवाल यह है कि क्या जूम पर अर्जित भारत का डेटा चीन को या चीन के माध्यम से पूरे या कुछ हिस्सों में अन्य देशों को भेजा जाता है। जूम यह बताने में असफल रहा है की भारतीय डाटा कहां रखा जाता है और उसका क्या उपयोग हो रहा है।

उपलब्ध सार्वजनिक जानकारी के अनुसार इसका सॉफ्टवेयर चीन में तीन कंपनियों द्वारा विकसित किया गया है, जिन्हें रुआंशी सॉफ्टवेयर के रूप में जाना जाता है, जिनमें से केवल दो कंपनियां ही जूम के स्वामित्व में हैं।

तीसरी कंपनी का स्वामित्व जिसे अमेरिकी क्लाउड वीडियो सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी के रूप में भी जाना जाता है, का मालिक कौन है ,यह अज्ञात है। वर्तमान में जूम के 700 से अधिक कर्मचारी चीन में हैं जो असामान्य नहीं है क्योंकि चीन में अमेरिका की तुलना में वेतन बहुत कम है। हालाकिं जूम एक अमरीकी एप्लिकेशन है, लेकिन जानकारी के अनुसार इस काफी डाटा चीन के मार्फत जाता है और इसके कुछ सर्वर चीन में भी हैं जिसकी वजह से डाटा के लीक होने का खतरा बना हुआ है।


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