देखें- उमर खालिद पर हमला करने वाले शख्स की तस्वीर, अंडरवर्ल्ड लिंक खंगालने में जुटी पुलिस
हमला करने वाले आरोपी की स्पष्ट तस्वीर पुलिस को मिल गई है। घटना के बाद आरोपी पैदल ही भागा था। पुलिस अंडरवर्ल्ड लिंक खंगालने में भी जुट गई है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। हाई सिक्योरिटी क्षेत्र स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब के बाहर सोमवार की दोपहर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ के पूर्व नेता उमर खालिद पर हमला करने वाले आरोपी की स्पष्ट तस्वीर पुलिस को मिल गई है। घटना के बाद आरोपी पैदल ही भागा था। जांच में पुलिस ने नौ लोकेशन से 13 सीवीटीवी फुटेज बरामद किए हैं।
स्पेशल सेल को सौंप दिया गया मामला
पुलिस आयुक्त ने मंगलवार को यह मामला स्पेशल सेल को सौंप दिया है। पुलिस की 12 टीमों में शामिल 56 पुलिसकर्मी मामले की जांच में जुट गए हैं। आरोपी की पिस्टल को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है। पुलिस को उसकी रिपोर्ट का इंतजार है।
पिस्टल नहीं चली
पुलिस अधिकारी का कहना है कि प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी उमर को गोली मारने के इरादे से घटनास्थल पर गया था। उसकी उमर से कोई बातचीत नहीं हुई थी। वह उमर को गोली मारना चाहता था। लेकिन, पिस्टल नहीं चली। बाद में जब समर्थक उसे दबोचने के लिए दौड़े तो वह आइएनएस बिल्डिंग के समीप पिस्टल फेंककर फरार हो गया।
दो तरह की बातें
अधिकारी गोली चलने की बात से इन्कार कर रहे हैं। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आरोपी और उमर की काफी देर तक बात हो रही थी। हाथापाई के बाद आरोपी ने भागते वक्त हवा में गोली चलाई थी। लोगों ने किसी टायर के फटने जैसी आवाज सुनने की तस्दीक भी की थी। फिलहाल पुलिस अधिकारी का कहना है कि आरोपी के पकड़े जाने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
फोन पर बात करते हुआ दिखा आरोपी
नई दिल्ली के जिला पुलिस उपायुक्त मधुर वर्मा ने बताया कि आरोपी रफी मार्ग से होते हुए बंगला साहिब गुरुद्वारा की ओर पैदल भागा था। उसके साथ और कोई नहीं था। आखिरी सीसीटीवी फुटेज में वह किसी से फोन पर बात करता हुआ दिख रहा है। लिहाजा पुलिस आरोपी को दबोचने के लिए उस लोकेशन से किस-किस फोन नंबर से बात हो रही थी। इसका डाटा निकालने में जुट गई है।
तीन प्रत्यक्षदर्शियों को गवाह बनाया गया
क्लब के दरवाजे के समीप लगा कैमरा काम नहीं कर रहा था। इसलिए वारदात की कोई तस्वीर पुलिस को नहीं मिली है। इस मामले में क्लब के सुरक्षा गार्ड सहित तीन प्रत्यक्षदर्शियों को गवाह बनाया गया है। स्पेशल सेल के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस से केस से संबंधित जानकारी, सबूत व दस्तावेज इत्यादि लेे लिए हैं।
खंगाला जा रहा है अंडरवर्ल्ड लिंक
पुलिस की 12 टीमों के 56 पुलिसकर्मी मामले की जांच में जुट गए हैं। जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि गत जून महीने में उमर खालिद को भगोड़े गैंगस्टर रवि पुजारी ने जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस इसका अंडरवर्ल्ड लिंक खंगालने में भी जुट गई है।