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CBSE 10th Result 2020: CBSE Result: दिल्ली के सरकारी स्कूलों का परिणाम पहली बार हुआ 98 फीसद

परिणाम आने के बाद उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे बच्चों ने एक फिर गौरवान्वित किया है। 12वीं के परिणाम के बाद दसवीं में भी ग्राफ ऊंचाई की ओर गया है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 12:12 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 07:38 AM (IST)
CBSE 10th Result 2020: CBSE Result: दिल्ली के सरकारी स्कूलों का परिणाम पहली बार हुआ 98 फीसद
CBSE 10th Result 2020: CBSE Result: दिल्ली के सरकारी स्कूलों का परिणाम पहली बार हुआ 98 फीसद

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सीबीएसई के दसवीं और बारहवीं के नतीजे आ चुके हैं दोनों ही कक्षाओं के बच्चों ने इस बार बेहतर से प्रदर्शन किया है। बुधवार को जारी हुए सीबीएसई दसवीं के परीक्षा परिणाम में सरकारी स्कूलों ने फिर बेहतर प्रदर्शन किया है। पहले आए 12वीं के परिणाम में दिल्‍ली के सरकारी स्‍कूलों के नतीजे 98 फीसद तक रहे वहीं 10वीं का परीक्षा परिणाम 82.61 फीसद रहा है, जो पिछले साल वर्ष 2019 के परीक्षा परिणाम से 11.3 फीसद अधिक है। पिछले साल में परीक्षा परिणाम 71.58 फीसद और वर्ष 2018 में 68.90 फीसद रहा था। इस बार का रिजल्‍ट यह सिद्ध करता है कि परीक्षा परिणाम में लगातार सुधार हो रहा है।

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अच्‍छे रिजल्‍ट के बाद सिसोदिया ने कहा हमारे बच्‍चों ने किया गौरवान्वित

बुधवार को परिणाम आने के बाद उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे बच्चों ने एक फिर गौरवान्वित किया है। 12वीं के परिणाम के बाद दसवीं में भी ग्राफ ऊंचाई की ओर गया है। उन्होंने दिल्ली के विद्याथियों, अभिभावकों आैर शिक्षा टीम को बधाई दी। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पास होने वालों की संख्या 11.3 फीसद बढ़ी है, जो बड़ी उपलब्धि है।

दिल्‍ली में सबसे ज्‍यादा बजट

पूरे देश में शिक्षा के क्षेत्र में दिल्‍ली सरकार का बजट सबसे ज्‍यादा है। पिछले छह सालों से दिल्‍ली सरकार अपने बजट का 25 प्रतिशत शिक्षा के क्षेत्र पर खर्च कर रही है।

डबल हुए क्‍लासरूम

दिल्‍ली में पहले 17000 क्‍लास रूम थे अब इनकी संख्‍या पहले से मुकाबले बढ़ी है। यह लगभग दोगुनी से ज्‍यादा हो चुकी है। वर्तमान में इनकी संख्‍या 37000 हो चुकी है।

वर्ल्‍ड क्‍लास इंफ्रा

वर्तमान में स्‍कूलों में शिक्षा की गुणवत्‍ता को बढ़ाने के लिए स्‍कूलों में स्‍वीमिंग पुल, ऑडिटोरियम, लैब, लाइब्रेरी जैसी सुविधाओं को बढ़ाया गया।

शिक्षकों को बेहतर ट्रेनिंग

दिल्ली के शिक्षक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में प्रशिक्षित होते हैं। प्रशिक्षण लेने के बाद दिल्ली के बच्चों को पढ़ाने के लिए वह उस शिक्षा का इस्‍तेमाल करते हैं।

राजनीतिक नेतृत्व से बेहतरी

सीएम केजरीवाल खुद बच्‍चों, शिक्षक और पेरेंट्स से बात कर बेहतरी के लिए लगे रहते हैं। एक स्‍पष्‍ट राजनीतिक नेतृत्‍व में स्‍कूलों का प्रदर्शन और बेहतर हो रहा। पिछले ही साल आइटीओ के पास दिल्‍ली सरकार ने पेरेंट टीचर मीटिंग करवाई थी। वहीं डिप्‍टी सीएम सिसोदिया खुद लगातार हर कार्य कि निगरानी करते रहते हैं।

लगातार एक्‍पर्ट एडवाइस

दिल्‍ली सरकार लगातार एक्‍सपर्ट लोगों से रायशुमारी करती रहती है जिसका परिणाम स्‍कूल के बच्‍चों के बढ़े हुए मोरल के रूप में सामने आता है। ऑक्‍सफोर्ड से पढ़ी आप विधायक अतिशि इस दिशा में लगातार काम करही हैं।

मेगा पैरेंट टीचर मीटिंग

दिल्ली सरकार बच्चों के प्रदर्शन में माता-पिता को बहुत करीब से शामिल करने में विश्वास करती है। दिल्ली एकमात्र राज्य है जो बड़े निजी स्कूल के समान नियमित अभिभावक-शिक्षक बातचीत की सुविधा के लिए नियमित मेगा अभिभावक शिक्षक बैठकें आयोजित करता है।

तकनीकी ज्ञान है जरूर

सभी दिल्ली सरकार के स्कूल शिक्षक छात्रों को पढ़ाने में सहायता करने के लिए मोबाइल टैबलेट का उपयोग करते हैं। डिजिटल शिक्षा की सुविधा के लिए अधिकांश उच्च कक्षाओं में प्रोजेक्टर का उपयोग किया जाता है, ताकि बच्चों को दुनिया के ज्ञान से अवगत कराया जा सके।

147 स्‍कूलों में 100 फीसद बच्‍चे हुए पास

बता दें कि इस बार 147 स्कूलों के 100 फीसद बच्चे पास हुए हैं। पिछले वर्ष 60 स्कूलों के ही 100 फीसद बच्चे पास हुए थे। इस वर्ष 474 स्कूलों ने 90 फीसद तथा उससे अधिक सफलता हासिल की। पिछले वर्ष 226 स्कूलों में ऐसा हुआ था। वर्ष 2020 में 1005 सरकारी स्कूल हैं, जबकि 2019 में 995 स्कूल थे।

छात्राओं का बढ़ा पास प्रतिशत

इस बार 86.62 फीसद छात्राएं पास हुईं। जबकि 2019 में 74.29 फीसद था। वहीं, छात्रों का 2019 में 68.51 फीसद था जो इस बार 78.33 फीसद है। इस बार भी छात्राओं का प्रदर्शन छात्रों से बेहतर है। इस वर्ष परिणाम की गुणवत्ता में भी काफी सुधार है। इस बार औसत क्यूआई 265.31 है जो पिछले साल 259.60 था। बता दें दिल्ली रीजन का उत्तीर्ण प्रतिशत 80.97 फीसद से बढ़कर 85.86 फीसद हुआ है।

केंद्रीय विद्यालय 99.38 प्रतिशत परिणाम के साथ सबसे आगे

वर्ष 2020 के सीबीएसई की 10वीं परीक्षा के दिल्ली रीजन के स्कूलों में केंद्रीय विद्यालय 99.38 फीसद परिणाम के साथ पहले नंबर पर है। दूसरे नंबर पर 99.33 फीसद परिणाम के साथ राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, तीसरे नंबर पर निजी स्कूल 90.47 फीसद, चौथे नंबर पर दिल्ली के सरकारी स्कूल 82.61 फीसद परिणाम और पांचवे नंबर पर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल हें। जिनका परिणाम 75.81 फीसद है।


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