CBSE 12th Exam 2020: फिजिक्स के पेपर ने छात्रों का छुड़ाया पसीना, प्रश्नों को समझने में ही बीत गया ज्यादा वक्त
कई छात्रों ने बताया कि इतना कठिन पेपर देखकर जितना समझ आया उतना ही हल किया। जो प्रश्न समझ में नहीं आए उन्हें छोड़ दिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को 12वीं कक्षा की फिजिक्स (भौतिक विज्ञान) की परीक्षा आयोजित की। परीक्षार्थी सुबह 9 बजे ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए थे। हालांकि, पेपर सुबह 10.30 बजे शुरू हुआ और 1.30 बजे खत्म हुआ। परीक्षा देने के बाद परीक्षार्थियों की मिलीजुली प्रतिक्रिया रही। अधिकतर परीक्षार्थियों ने बताया कि पेपर सिलेबस और पैटर्न के अनुसार तो था, लेकिन ज्यादातर सवाल घुमाकर पूछे गए थे। प्रश्नों को समझने में ही ज्यादा वक्त लगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा में सैद्धांतिक प्रश्न बहुत कठिन थे। कई छात्रों ने बताया कि इतना कठिन पेपर देखकर जितना समझ आया उतना ही हल किया। जो प्रश्न समझ में नहीं आए उन्हें छोड़ दिया।
परीक्षार्थियों का कहना था कि पेपर का पैटर्न जरूर सैंपल पेपर जैसा था, लेकिन सैंपल पेपर की तुलना में सवाल थोड़े कठिन थे। मैग्नेटिक और मॉर्डन फिजिक्स के सवाल कठिन थे। इन सवालों में गुणा-भाग में ही अधिक समय लग रहा था। कुछ छात्रों में तैयारी के लिए मिलने वाले समय को लेकर नाराजगी भी दिखी। छात्रों ने बताया कि पेपर की कठिनाई के स्तर को देखते हुए तैयारी के लिए थोड़ा अधिक वक्त मिलना चाहिए था। परीक्षा में इलेक्ट्रॉनिक्स, मैग्नेटिक और मॉर्डन फिजिक्स, करंट इलेक्टिसिटी, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स, इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस सहित अन्य सेक्शन (खंडों) से प्रश्न पूछे गए थे।
इस दौरान कुछ छात्रों से बात की, इनमें एक परीक्षार्थी उन्नति का कहना है कि कुछ प्रश्न पत्र तो सैंपल पेपर से ही आए थे, लेकिन ज्यादातर प्रश्न घुमाकर पूछे गए थे। वहीं छात्र दानिश ने बताया कि परीक्षा से पहले दिन-रात तैयारी की थी। बहुत मुश्किल सवाल पूछे गए थे। अब रिजल्ट आएगा तभी कुछ पता चलेगा। छात्रा खुशी का कहना है कि मैग्नेटिक और मॉर्डन फिजिक्स के सवाल तो समझ में ही नहीं आए। जो प्रश्न हल किया, उसमें ही ज्यादा समय लग गया। एक अन्य छात्र मोहम्मद ताज ने कहा कि पेपर तो पाठ्यक्रम से ही था, लेकिन उम्मीद से ज्यादा कठिन पेपर आया था।