NDMC का टैक्स इंस्पेक्टर साथियों संग ले रहा था रिश्वत, सीबीआइ ने किया गिरफ्तार
इंस्पेक्टर और उसके साथी एक व्यक्ति से उसके पुराने प्रॉपर्टी टैक्स का सेटलमेंट कराने के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे थे।
नई दिल्ली (जेएनएन)। केन्द्र व राज्य सरकारें भ्रष्टाचार खत्म करने के चाहे जितने दावें या प्रयास कर लें, हकीकत वहीं पुरानी है। अब भी लोगों को सरकारी विभागों के धक्के खाने पड़ते हैं और बिना चढ़ावा दिए सरकारी अधिकारियों से काम कराना बहुत मुश्किल है।
ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को सामने आया। सीबीआइ ने नई दिल्ली नगर निगम (NDMC) के टैक्स इंस्पेक्टर राजीव चंडोक और उसके दो साथियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर और उसके साथी एक व्यक्ति से 50 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे थे। बताया जा रहा है कि ये लोग एक व्यक्ति से उसके पुराने प्रॉपर्टी टैक्स का सेटलमेंट कराने के नाम पर रिश्वत ले रहे थे।
सीबीआइ को किसी तरह इसकी भनक लग गई। सीबीआइ ने जाल बिझाकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मालूम हो कि इससे पहले सीबीआइ ने 31 जुलाई को सीबीआइ ने दक्षिणी दिल्ली के साकेत थाने में तैनात एसएचओ नीरज कुमार को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। रिश्वत की सूचना सीबीआइ को पहले से ही थी। इसलिए सीबीआइ की टीम एसएचओ को पकड़ने के लिए पहले से ही थाने पहुंच गई थी।
एसएचओ नीरज कुमार को रिश्वत की ये रकम नीरज वालिया नाम का एक वकील दे रहा था। वह यूनिटेक बिल्डर का वकील है। यूनिटेक के खिलाफ नोएडा व दिल्ली समेत कई जगह पर मामले दर्ज हैं। बिल्डर के कई प्रोजेक्ट अधर में लटके हुए हैं। बिल्डर पर हजारों खरीदारों से करोड़ों रुपये का गबन करने का आरोप है। एसएचओ बिल्डर के खिलाफ दर्ज मामलों में उसे बचाने के लिए वकील के जरिए रिश्वत ले रहा था।