Delhi Accident News: रोहिणी जेल के सामने फुटपाथ पर सो रहे दिव्यांग पर चढ़ा दी कार
दिव्यांग दीनानाथ ने बताया कि देर रात वह फुटपाथ पर सो रहे थे। इसी दौरान नशे में धुत कार सवार ने गाड़ी उन पर चढ़ा दी। हैरत की बात यह है कि फिलहाल इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है।
नई दिल्ली [सोनू राणा]। रोहिणी जेल के सामने फुटपाथ पर सो रहे दिव्यांग पर शराब के नशे में धुत कार सवार ने देर रात गाड़ी चढ़ा दी। हादसे में घायल बुजुर्ग की पहचान 70 वर्षीय दीनानाथ के रूप में हुई है। दीनानाथ को अंबेडकर अस्पताल में इलाज के बाद फुटपाथ पर वापस भेज दिया गया है। फिलहाल इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है।
जानकारी के अनुसार मूल रूप से बिहार के नालंदा के खोड़ातला गांव के रहने वाले दीनानाथ दो वर्ष से रोहिणी जेल रोड से बादली की ओर जाते समय जेल के सामने फुटपाथ पर रह रहे हैं।साथ में उनका भाई पवन रहता है।वह मंदिरों में खाना खाकर अपना पेट पालते हैं।
पीड़ित दीनानाथ ने बताया जब हादसा हुआ तो गाड़ी के दो पहिये सड़क पर ही थे, जबकि दो पहिये उनके पैरों के ऊपर से उतर गए। इसके बाद उन्हें अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका इलाज किया गया व एमएलसी भी बनी।
दीनानाथ के पैरों का एक्स रे भी किया गया। दीनानाथ ने आरोप लगाया कि उनसे एमएलसी पर ही अंगूठा लगवाकर यह लिखवा लिया, ‘मुझे चोट खुद की गलती से लगी है मुझे कोई पुलिस कार्रवाई नहीं करनी है।’
घटना के चश्मदीद व दीनानाथ के साथ झुग्गी में ही रह रहे बिहार के सीतामढ़ी के बेलसम गांव के छेदीलाल उर्फ शत्रुघ्न ने बताया कि देर रात को वह दीनानाथ व दीनानाथ का भाई पवन सो रहे थे। इस दौरान तेज रफ्तार ह्यूंडाई वेन्यू कार फुटपाथ पर सो रहे दीनानाथ पर चढ़ा दी गई। हादसे के वक्त मौत को बिल्कुल पास से देखने वाले छेदीलाल ने बताया कि कार का आगे का हिस्सा उनके सिर पर सट गया था, लेकिन गनीमत रही कि उन्हें चोट नहीं आई।
कार में महिला भी थी सवार
छेदीलाल ने बताया कि कार में एक अधेड़ व एक महिला सवार थी। अधेड़ गाड़ी चला रहा था और नशे में धुत था। महिला का नहीं पता कि उसने शराब पी रखी थी या नहीं। इसके बाद पुलिस आई व कार चालक व दीनानाथ दोनों को लेकर चली गई। इस दौरान महिला कार में ही बैठी रही। फुटपाथ पर कार चढ़ाने का वीडियो भी काफी वायरल हो रहा है। जिसमें दिख रहा है कि फुटपाथ पर वेन्यू कार (डीएल 8सी बीडी4898) के दो पहिये चढ़े हुए हैं। पास ही दीनानाथ की झुग्गी भी दिखाई दे रही है।
पैरों से हैं दिव्यांग, पैरों पर ही चढ़ा दी गाड़ी
छेदीलाल ने बताया कि दीनानाथ पहले ही पैरों से दिव्यांग हैं और उनके पैरों पर ही गाड़ी चढ़ा दी गई। वह ट्राइसाइकिल की मदद से चलते हैं। अब उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है। दर्द से एक तरफ दीनानाथ कर्राह रहे हैं तो दूसरी ओर उनके भाई पवन।क्योंकि पवन को काफी दिन से पेट में परेशानी चल रही थी। छेदीलाल शुक्रवार को ही पवन के पेट का आपरेशन करवाने के लिए उसे अस्पताल लेकर गए थे। शाम के समय दोनों अस्पताल से लौटे हैं।