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Delhi Earthquake Updates: दिल्ली-NCR में बड़े भूकंप का खतरा? इस पर एक्सपर्ट एक राय नहीं

Delhi Earthquake Updates बार-बार छोटे भूकंप आना किसी बड़े भूकंप का संकेत है? के सवाल पर एक्सपर्ट की राय जुदा है।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 11 Jun 2020 09:42 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2020 09:42 AM (IST)
Delhi Earthquake Updates: दिल्ली-NCR में बड़े भूकंप का खतरा? इस पर एक्सपर्ट एक राय नहीं
Delhi Earthquake Updates: दिल्ली-NCR में बड़े भूकंप का खतरा? इस पर एक्सपर्ट एक राय नहीं

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। पिछले 2 महीने के दौरान भूकंप के चलते दिल्ली-एनसीआर की धरती 14 बार हिली है। क्या बार-बार ऐसे होना किसी बड़े भूकंप का संकेत है? लोगों के जेहन में यह सवाल अब कौंधने लगा है। वहीं,  बार-बार छोटे भूकंप आना किसी बड़े भूकंप का संकेत है? के सवाल पर इससे जुड़े एक्सपर्ट की राय भी जुदा है। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि बार-बार छोटे-छोटे भूकंप का आनाव बड़े भूकंप आने की ओर इशारा करता है। वहीं, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे-छोटे भूकंप आते रहते हैं, ऐसे में दिल्ली-एनसीआर में बड़े भूकंप का खतरा फिलहाल नहीं है।

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बता दें कि जोन चार में शामिल दिल्ली में 12 अप्रैल से अभी तक कुल सात भूकंप आ चुके हैं, वहीं, एनसीआर को भी शामिल कर लें तो कुल 14 भूकंप के झटके लगे हैं। सबसे पहले 12 और 13 अप्रैल को 24 घंटे में दो बार भूकंप आया था। इसके बाद 16 अप्रैल, तीन मई, 10 मई और 15 मई को आया। हर बार इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.5 से कम ही दर्ज की गई। आखिरी बार भूकंप 8 जून को आया, जिसकी तीव्रता 2.1 थी।

12 अप्रैल-        3.5 दिल्‍ली

13 अप्रैल-        2.7 दिल्‍ली

16 अप्रैल-        2 दिल्‍ली

3 मई-        3 दिल्‍ली

6 मई-        2.3 फरीदाबाद

10 मई-        3.4 दिल्‍ली

15 मई-        2.2 दिल्‍ली

28 मई-        2.5 फरीदाबाद

29 मई-        4.5 और 2.9 रोहतक

1 जून-        1.8 और 3 रोहतक

3 जून-        3.2 फरीदाबाद

8 जून-        2.1 गुरुग्राम

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के निदेशक (ऑपरेशन) जे एल गौतम के मुताबिक, दुनियाभर में हर एक-दो मिनट में भूकंप आते रहे हैं। उनका कहना है कि भारत जिस प्लेट पर टिका है उसे इंडो आस्ट्रेलियन प्लेट कहते हैं। ज्यादातर बार  भूकंप आने का कारण इस प्लेट का यूरेशियन प्लेट से टकराना है वहीं, कई बार यह फाल्ट लाइन की एडजस्टमेंट के कारण आता है। जेएल गौतम का यह भी कहना है कि थोड़े थोड़े समय के अंतराल पर आने वाले भूकंप बहुत ज्यादा तीव्रता वाले नहीं होते। 

इंडियन इं‍स्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी (Indian Institute of Technology) के एक्सपर्ट की राय भी दिल्ली में बड़े भूकंप आने को लेकर बंटी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली-एनसीआर में लगातार छोटे-छोटे भूकंप आना बड़े भूकंप का संकेत हो सकता है। भूकंप के इतिहास में पहले भी ऐसा हो चुका है। 

IIT धनबाद के डिपार्टमेंट्स ऑफ अप्‍लाइड जियोफिजिक्‍स और सिस्‍मोलॉजी के अनुसार, दिल्‍ली और एनसीआर में बड़ा भूकंप आ सकता है। वहीं, IIT कानपुर के विशेषज्ञों का कहना है  कि दिल्ली-हरिद्वार रिज में खिंचाव के चलते आए दिन कई जगहों पर धरती हिल रही है, दिल्ली-एनसीआर भी इनमें से एक है। ऐसे में भूकंप के झटके आगे भी लगते रहेंगे।

वहीं, नेशनल सेंटर ऑफ सीस्‍मोलॉजी के पूर्व प्रमुख एके शुक्ला (AK Shukla, former Head of National Center of Seismology) का कहना है कि छोटे भूंकप को चेतावनी के रूप में जरूर देखा जा सकता है, लेकिन बिल्कुल सही अनुमान भी नहीं है, क्योंकि कई बार अचानक ही बड़ा भूकंप आ जाता है।


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