बंटी और बबली बन लोगों को 20 करोड़ का लगाया चूना, पति-पत्नी ऐसे दे रहे थे ठगी की वारदात को अंजाम
Delhi Fraud Case दिल्ली में बंटी और बबली बनकर कई लोगों से 20 करोड़ से अधिक की ठगी की। अब पुलिस ने शातिर पति को गिरफ्तार किया है। पत्नी को क्राइम ब्रांच की टीम ने पहले ही गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था। पीड़ितों को रेलवे में टेंडर और अन्य चीजों को ठेका दिलाने के नाम पर ठगी करते थे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में बंटी और बबली बनकर कई पीड़ितों से 20 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले वांछित आरोपित को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपित की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित था। आरोपित और उसकी पत्नी निर्दोष पीड़ितों को रेलवे टेंडर और अन्य ऐसे ठेके दिलाने का लालच देकर ठगी करते थे।
गिरफ्तार आरोपित की पहचान जयपुर के रहने वाले अभिषेक अग्रवाल के रूप में हुई है जो पिछले आठ महीनों से फरार चल रहा था। आरोपित अदालती कार्यवाही से बच रहा था, जिसके चलते उसे इसी वर्ष 31 जनवरी को द्वारका कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था।
पीड़ित ने आरोपित पति-पत्नी के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त के अनुसार, दिल्ली के डाबरी के रहने वाले विजय राज ने आरोपित अभिषेक अग्रवाल और उसकी पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी को लेकर शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि अभिषेक अग्रवाल और उसकी पत्नी मीनाक्षी अग्रवाल के आश्वासन पर उसने जगदंबा ट्रेडिंग कंपनी और मेसर्स शनि ट्रेडिंग कंपनी नामक उनकी फर्मों में 50 लाख रुपये से अधिक का निवेश किया था।
अदालती कार्यवाही में शामिल नहीं होने पर भगोड़ा घोषित
आरोपितों ने उन्हें भारी मुनाफे का आश्वासन दिया था। इस मामले में आरोपितों को गिरफ्तार किया गया और बाद में कोर्ट से जमानत मिल गई। इसके बाद दोनों अदालती कार्यवाही में शामिल नहीं हुए और बाद में भगोड़ा घोषित कर दिया। इसके बाद आरोपितों ने उत्तम नगर के राहुल गुप्ता को 2015 से 2018 की अवधि में रेलवे के एक अनुबंध और निविदा के लिए 3.18 करोड़ रुपये का निवेश करने का लालच दिया गया।
आरोपी के मथुरा में छिपे होने की मिली खबर
मामले में शिकायत दर्ज करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार किया गया और बाद में कोर्ट से जमानत मिल गई थी। लेकिन इस मामले में भी आरोपित अदालती कार्यवाही में शामिल नहीं हुए और उन्हें भगोड़ा घोषित किया गया। क्राइम ब्रांच की टीम ने 29 जुलाई 2021 को मीनाक्षी को गिरफ्तार कर लिया और अभिषेक तभी से फरार था। 30 सितंबर को पुलिस (Delhi Police) को गुप्त सूचना मिली कि आरोपित मथुरा में छिपा हुआ है।
तुरंत टीम का गठन किया गया और यूपी के मथुरा में छापामारी करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि आरेापित अभिषेक अग्रवाल पहले भी दिल्ली के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज धोखाधड़ी के चार मामलों में शामिल रहा है।