International Police Expo: माननीयों की सुरक्षा के लिए नई बुलेट प्रूफ ‘मोदी जैकेट’, गोलियां भी होंगी बेअसर
International Police Expo राजधानी दिल्ली में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पुलिस एक्सपो के पहले दिन फायर आर्म्स ड्रोन बुलेट प्रूफ जैकेट साइबर सुरक्षा मोबाइल फोरेंसिक काउंटर ड्रोन आम्र्ड व्हीकल जैसे उपकरण प्रदर्शित किए गए। पुलिस एक्सपो में बुलेट प्रूफ ‘मोदी जैकेट’ का भी प्रदर्शन किया गया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सुरक्षा बलों के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट, कपड़े आदि बनाने वाली आयुध उपस्कर निर्माणी कंपनी की ट्रूप कम्फट्र्स लिमिटेड ने एक ऐसी हल्की व कम कीमत की बुलेट प्रूफ जैकेट बनाई है, जो फैशनेबल भी है।
यह जैकेट विशिष्ट व अतिविशिष्ट लोगों के लिए सुरक्षा का स्तर बेहतर करने में सहायता करेगी। तीन किग्रा वजन की इस जैकेट की डिजाइन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पहनी जाने वाली जैकेट की तरह है।
पुलिस एक्सपो में कंपनी की ओर से इस जैकेट का प्रदर्शन किया गया। कंपनी पदाधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए इसे ‘मोदी जैकेट’ नाम दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार इस जैकेट की विशेषता कम वजन है और 10 मीटर की दूरी से प्वाइंट नौ एमएम पिस्टल से चली गोली भी भेद नहीं सकती है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पुलिस एक्सपो के पहले दिन फायर आर्म्स, ड्रोन, बुलेट प्रूफ जैकेट, साइबर सुरक्षा, मोबाइल फोरेंसिक, काउंटर ड्रोन, आम्र्ड व्हीकल जैसे उपकरण प्रदर्शित किए गए। एक्सपो में 18 देशों की 350 से अधिक कंपनियां प्रतिभाग कर रही हैं।
एक्सपो के आयोजक मुकेश खारिया ने बताया कि इस आयोजन से पुलिस, कानून प्रवर्तन अधिकारियों, सुरक्षा एजेंसियों को विश्वस्तरीय एवं घरेलू निर्माताओं संग जुड़ने का अवसर मिलेगा। एक्सपो में भारत, यूके, यूएस, इजरायल, जर्मनी, फ्रांस, दुबई, यूएई, सिंगापुर, आस्ट्रेलिया, रूस, स्पेन, इटली, डेनमार्क और स्वीडन की कंपनियां भाग ले रही हैं।
स्वदेशी कंपनियों का रहा जलवा
रक्षा मंत्रलय के उद्यम ट्रूप्स कम्फट्र्स लिमिटेड ने सैन्य एवं सुरक्षा बलों के लिए कई आधुनिक उपकरण प्रदर्शित किए। अदाणी ग्रुप की ओर से 1200 मीटर की दूरी तक मार करने वाली असाल्ट व स्नाइपर राइफल्स का प्रदर्शन हुआ।
दोनों हाथों से चलाने वाली पिस्टल का भी प्रदर्शन हुआ। स्पर्श ने अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरों और इंडो विंग्स ने ड्रोन व साइबर अपराध रोकने वाले उपकरण पेश किए। विभिन्न राज्यों की पुलिस व केंद्रीय बलों के प्रतिनिधियों ने इनमें रुचि दिखाई।