पांच की जगह एक दिन का होगा बजट सत्र, कोरोना के खतरे को देखते हुए घटा समय
दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 23 से 27 मार्च तक का होना था लेकिन अब यह 23 को ही आयोजित किया जाएगा। कोरोना के कारण यह फैसला लिया गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने अपना बजट सत्र (Budget session) पांच दिन से घटाकर एक दिन का कर दिया है। पहले यह बजट सत्र 23 से 27 मार्च तक का होना था, लेकिन अब यह 23 को ही आयोजित किया जाएगा।
नहीं होगा उपराज्यपाल का अभिभाषण
दिल्ली सरकार के बजट सत्र की शुरुआत उपराज्यपाल के अभिभाषण से होती है। मगर कोरोना के चलते बजट सत्र का समय घटाए जाने से इस बार उनका अभिभाषण नहीं होगा। जानकारों की मानें तो यह पहला मौका है जब बजट बगैर उपराज्यपाल के अभिभाषण और चर्चा के पास होगा।
अनुदान की राशि का उसी दिन होगी मंजूरी
सरकार की ओर से तय नए बजट सत्र के बाद अब एक दिन में इकोनॉमी सर्वे, आउटकम बजट के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सदन के पटल पर 2020-21 का वार्षिक बजट रखेंगे। इस मौके पर अलग-अलग मामलों में अनुदान राशि की भी मंजूरी भी उसी दिन हो जाएगी। सदन में रखे गए बजट पर सरकार कोई चर्चा नहीं कराएगी। कोई प्रश्नकाल भी नहीं होगा। सूत्रों का कहना है कि कोरोना का प्रकोप खत्म होने के बाद सरकार विशेष सत्र बुलाकर चर्चा करा सकती है।
जारी हुआ निर्देश
दिल्ली विधानसभा प्रशासन ने भी अपने अधिकारियों व कर्मचारियों को बजट सत्र को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं। उसके मुताबिक, बजट सत्र के दौरान वही कर्मचारी विधानसभा आएंगे जिनका बजट से सीधे कोई लेना-देना होगा।
बता दें कि दिल्ली में कोरोना को लेकर हर संभव उपाय उठाए जा रहे हैं। सरकार ने मॉल, सिनेमाघर, स्कूल, कॉलेज एवं जिम जैसी जगहों को बंद कर दिया है। पांच से ज्यादा लोगों के जमा होने पर पाबंदी है। इसके साथ ही यह कहा गया है कि अगर जरूरत पड़ी तो लॉकडाउन की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है।