3 साल से था अफेयर, नहीं हुई शादी तो युवक ने ले ली गर्लफ्रेंड की जान
हरीश ने अपनी दूसरी दोस्त ममता से शादी करने की योजना बना ली थी। जब प्रियंका को यह बात पता लगी तो वह विरोध करने लगी।
नई दिल्ली, जागरण संवादददाता। अंबेडकर नगर से लापता फार्मासिस्ट प्रियंका अधिकारी की हत्या के आरोप में पुलिस ने उसके प्रेमी और रिश्ते के मामा हरीश को सोमवार रात मदनगीर से गिरफ्तार किया। दोनों के बीच तीन साल से प्रेम संबंध थे लेकिन प्रियंका के परिजन शादी के लिए तैयार नहीं थे। ऐसे में हरीश ने अपनी दूसरी दोस्त ममता से शादी करने की योजना बना ली थी। जब प्रियंका को यह बात पता लगी तो वह विरोध करने लगी। शादी का विरोध करने के चलते ही उसने फार्मासिस्ट युवती की ईंट से मारकर हत्या कर दी थी।
डीसीपी दक्षिणी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि एसएचओ अंबेडकर नगर ओपी ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सर्विलांस की मदद से आरोपित को दबोच लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि गत पांच फरवरी को प्रियंका का मोबाइल खो गया था। इस पर वह उसे मोबाइल देने के लिए उसके घर पर गया था। यहां दोनों के बीच शादी की बात को लेकर झगड़ा हुआ। झगड़े के बाद वह दोनों राम नगर स्थित घर से निकल गए। आनन्द विहार से बस पकड़कर वह रामपुर पहुंचे। यहां से राम नगर की बस पकड़ने के दौरान पैदल जा रहे थे। इसी दौरान उपरोक्त बात को लेकर दोनों के बीच फिर से झगड़ा शुरू हो गया। इसी दौरान हरीश ने पास में पड़ी ईंट उठाकर प्रियंका के सिर व चेहरे पर वार कर उसकी हत्या कर दी और फरार हो गया।
क्या था मामला
डीसीपी के मुताबिक अंबेडकर नगर थाना पुलिस को एक शिकायत मिली थी जिसमें उत्तराखंड के रामनगर निवासी एक परिवार ने बताया कि उनकी बेटी सरोज अस्पताल में फार्मासिस्ट थी। वह पांच फरवरी को अचानक लापता हो गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। गत नौ मार्च को अंबेडकर नगर थाने की पुलिस को जानकारी मिली कि उनके यहां से लापता युवती से मिलती-जुलते हुलिये की एक युवती का शव रामपुर पुलिस को मिला है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने युवती के स्वजनों से संपर्क किया। 10 मार्च को रामपुर पहुंचे स्वजनों ने मृत युवती की पहचान प्रियंका के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की। स्वजनों ने बताया था कि प्रियंका के लापता होने वाले दिन से ही उनका एक रिश्तेदार हरीश, जो दिल्ली में ही रहता था, भी लापता है। वह दिल्ली के एक निजी अस्पताल में फार्मासिस्ट था। स्वजनों ने हरीश पर हत्या का शक जताया था।