खुलासाः बांग्लादेश के प्रतिबंधित संगठन के सदस्य हैं नोएडा में पकड़े गए दोनों आतंकी
दोनों आतंकी बांग्लादेश के प्रतिबंधित संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन के सक्रिय सदस्य हैं। खुफिया एजेंसियां गिरफ्तार आतंकियों से कर रहीं हैं पूछताछ।
नोएडा (अमित सिंह)। स्वतंत्रता दिवस से 20 दिन पहले दिल्ली से सटे नोएडा में दो बांग्लादेशी आतंकी गिरफ्तार होने से खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। गिरफ्तार आतंकियों की पहचान बांग्लादेश निवासी मुशर्रफ उर्फ मूसा और रुबेल अहमद के रूप में हुई है। एटीएस सूत्रों के अनुसार, दोनों आतंकी बांग्लादेश के प्रतिबंधित संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन के सक्रिय सदस्य हैं। दोनों कुछ समय पहले ही ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र में ठिकाना बनाने के लिए आए थे।
एटीएस, एलआईयू व आईबी समेत तमाम खुफिया एजेंसियां गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ कर जानकारी जुटाने में लगी हुई हैं। आतंकी गतिविधियों की वजह से बांग्लादेश सरकार ने इस संगठन को प्रतिबंधित कर रखा है। इन आतंकियों के भारत आने का क्या मकसद है? इन्होंने भारत में कहां-कहां रैकी की है? खुफियां एजेंसियां इसकी जानकारी जुटा रही हैं। साथ ही इनके सामान की बारीकी से जांच की जा रही है। अभी तक की तलाशी में आरोपियों के पास से पासपोर्ट या भारत आने का कोई अन्य वैधानिक दस्तावेज नहीं मिला है।
बार्डर क्रास करते ही मिल गई थी सूचना
बताया जा रहा है कि दोनों आतंकी कुछ समय पहले ही बार्डर क्रास कर बांग्लादेश से गैरकानूनी तरीके से भारत में घुसे थे। भारत में घुसते ही पश्चिम बंगाल पुलिस को मुखबिरों के जरिए इनकी सूचना मिल गई थी। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ कोलकाता एसटीएफ को भी लगाया गया था। इस दौरान आरोपी पश्चिम बंगाल पुलिस को चकमा देते हुए दिल्ली से सटे यूपी के शहर नोएडा में ठिकाना पहुंच गए।कोलकाता एसटीएफ भी इनका पीछा करते हुए नोएडा पहुंची। नोएडा पहुंचकर कोलकाता एसटीएफ ने यूपी एटीएस को बांग्लादेशी आतंकियों की तलाश में मदद के लिए सूचना दी। इसके बाद नोएडा स्थित यूपी एटीएस के पश्चिमी उत्तर प्रदेश मुख्यालय की टीम को आंतकियों की धर-पकड़ के लिए लगाया गया। मंगलवार को यूपी एटीएस और कोलकाता एसटीएफ की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन में दोनों संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया।
ट्रांजिट रिमांड पर ले जाएगी कोलकाता एसटीएफ
आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद यूपी एटीएस ने तत्काल इसकी सूचना अन्य खुफिया एजेंसियों को दे दी। गिरफ्तारी के बाद दोनों आतंकियों का नोएडा के जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया है। ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाने में आतंकियों की गिरफ्तारी की लिखा पढ़ी की गई है। इसके बाद इन्हें जिला न्यायालय में पेश किया गया। यूपी एटीएस के अनुसार पश्चिम बंगाल में दोनों आतंकियों के खिलाफ पहले से मामला दर्ज है। लिहाजा कोलकाता एसटीएफ दोनों आतंकियों को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले जाएगी।
डीजीपी प्रेस क्रांफ्रेंस कर देंगे जानकारी
बताया जा रहा है कि दोनों आतंकियों की गिरफ्तारी की विस्तृत जानकारी मीडिया को देने के लिए लखनऊ में डीजीपी ओपी सिंह या आईजी एटीएस असीम अरूण दोपहर बाद प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। लिहाजा प्रेस कांफ्रेंस से पहले आंतकियों की गिरफ्तारी पर फिलहाल काफी गोपनीयता बरती जा रही है। एटीएस अधिकारी फिलहाल इस संबंध में ज्यादा जानकारी देने से बच रहे हैं।
आतंकियों और नक्सलियों की पनाहगाह रहा है नोएडा
राजाधानी दिल्ली से सटा होने और सुरक्षा व्यवस्था बहुत चाक-चौबंद न होने के कारण यूपी का नोएडा व ग्रेटर नोएडा शहर हमेशा से आतंकवादी, नक्सली और बड़े बदमाशों के लिए शरणस्थली रहा है। इससे पहले भी नोएडा में कई आतंकी, बड़े नक्सली कमांडर और कई बड़े बदमाश मारे जा चुके हैं। नोएडा व ग्रेटर नोएडा में ठिकाना बनाने की एक और मुख्य वजह ये भी है कि असामाजिक तत्वों को भी यहां आसानी से किराए पर कमरा मिल जाता है। किराए पर घर देते वक्त किराएदार का सत्यापन कराने का कानून तो जिले में लागू है, लेकिन इसके प्रति न तो लोगों में जागरूकता है और न ही रुचि।
नोएडा में पूर्व में पकड़े गए आतंकी व नक्सली
26 मार्च 2018 : थाना सेक्टर-20 पुलिस ने हरौला गांव में किराए पर रह रहे बिहार के नक्सली एरिया कमांडर 50 हजार रुपये के इनामी सुधीर कुमार भगत को गिरफ्तार किया था। वह नाम बदलकर फर्जी पहचान पत्र पर रह रहा था।
16 अक्टूबर 2016 : यूपी एटीएस ने नोएडा के थाना सेक्टर-49 अंतर्गत हिंडन विहार और सदरपुर गांव में छापा मारकर नौ नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। इनमें एरिया कमांडर रंजीत पासवान भी शामिल था। इंसास राइफल और विस्फोटक बरामद हुआ था।
19 दिसंबर 2015 : यूपी एटीएश और पश्चिम बंगाल पुलिस ने खुफिया ऑपरेशन के तहत बांग्लादेश के संदीग्ध आतंकी अब्दुल को सेक्टर-14 पेट्रोल पंप के पास से गिरफ्तार किया था।
16 मई 2014 : यूपी एसटीएफ और थाना फेज दो पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में होजरी कॉम्पलेक्स की एक फैक्ट्री से नक्सली जोनल कमांडर कृष्णा मोची को गिरफ्तार किया था। वह काफी समय से नोएडा के नया गांव में नाम बदलकर किराए पर रह रहा था।
25 जनवरी 2009 : गणतंत्र दिवस से चंद घंटे पहले देर रात यूपी एटीएस और नोएडा की थाना सेक्टर-39 पुलिस ने एक्सप्रेस-वे किनारे दो पाकिस्तानी आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। दो एके-47 राइफल, आरडीएक्स, पाकिस्तान से बने दो फर्जी पासपोर्ट समेत काफी मात्रा में गोपनीय दस्तावेज बरामद हुए थे।