किसान नेता योगेंद्र यादव पर भड़के फिल्ममेकर, बोले- 'यादव जी, काहे देश को बेवकूफ बना रहे हो'
मुजफ्फनगर में महापंचायत में योगेंद्र यादव ने कहा कि जो देश के लोगों को बांटें वो योगी नहीं बल्कि देश द्रोही है। किसान भाजपा सरकार की विभाजनकारी राजनीति अब उत्तर प्रदेश में नहीं चलने देगा। इस पर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने योगेंद्र यादव की आलोचना की है।
नई दिल्ली/सोनीपत, जागरण डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर जिले में रविवार को आयोजित किसानों की महापंचायत में कई बड़े एलान हुए हैं। इसमें घोषणा की गई है कि आगामी 27 सितंबर को भारत बंद रखा जाएगा। इस महापंचायत के दौरान राकेश टिकैत और योगेंद्र समेत तमाम वक्ताओं ने केंद्र सरकार और योगी आदित्यनाथ सरकार पर भी हमले किए हैं। अपने संबोधन में संयुक्त किसान मोर्चा के अहम नेताओं में शुमार योगेंद्र यादव ने कहा कि जो देश के लोगों को बांटें वो योगी नहीं बल्कि देश द्रोही है। किसान भाजपा सरकार की विभाजनकारी राजनीति अब उत्तर प्रदेश में नहीं चलने देगा। आज किसान ने मुजफ्फरनगर से कह कर दिल्ली तक आवाज पहुंचा दी है।
इस दौरान योगेंद्र यादव के 'वो तोड़ेंगे, हम जोड़ेंगे' के बयान पर बालीवुड के नामी निर्देशक अशोक पंडित ने हमला किया है। अशोक पंडित ने हमलावर अंदाज में योगेंद्र यादव को जवाब दिया है। उन्होंने ट्वीट किया है- 'यादव जी यह भी सुन लीजिए। काहे देश को बेवक़ूफ़ बना रहे हो। देश आप की दुकान चलने नहीं देगा।' एक दिन पहले योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर मुजफ्फरनगर में अपने संबोधन को दोहराया था।
गौरतलब है कि यूपी के मुजफ्फरनगर की किसान महापंचायत में सामाजिक कार्यकर्ता और किसान नेता योगेंद्र यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला था। इस दौरान योगेंद्र यादव ने कहा था कि जो लोगों को बांटे वो योगी नहीं बल्कि देशद्रोही है।
योगेंद्र यादव ने यहां तक कहा कि किसान भारतीय जनता पार्टी सरकार की विभाजनकारी राजनीति अब उत्तर प्रदेश में नहीं चलने देगा। आज किसान ने मुजफ्फरनगर से कह कर दिल्ली तक आवाज पहुंचा दी है। वो तोड़ेंगे… हम जोड़ेंगे।
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने राकेश टिकैत ने अपने संबोधन में कहा है कि जब मोदी सरकार ने किसान विरोधी तीन काले कानून को पास किया तो उन्होंने प्रण लिया था कि जब तब मोदी सरकार इन तीन काले कानूनों को वापस नहीं ले लेगी, तब तक वह अपने घर वापस नहीं जाएंगे।
इसके साथ राकेश टिकैत का कहना है कि वह इस महापंचायत में शामिल होने के बाद वापस गाजीपुर बार्डर जाएंगे, वह अपने घर पर तब तक नहीं जाएंगे, जब तक तीनों केंद्रीय कृषि कानून वापस नहीं हो जाते।