ब्लैकमेलिंग कांड : टैक्सी चालक ने SSP को बताया चौकाने वाला सच, दर्ज कराई FIR
ब्लैकमेलिंग कांड के शिकार एक और टैक्सी चालक ने शनिवार को एसएसपी से मिलकर अपने साथ 31 जनवरी को हुई घटना की शिकायत दी है।
नोएडा, जेएनएन। ब्लैकमेलिंग कांड के शिकार एक और टैक्सी चालक ने शनिवार को एसएसपी से मिलकर अपने साथ 31 जनवरी को हुई घटना की शिकायत दी है। आरोप है कि चौकी इंचार्ज सुनील शर्मा की विस टाउन चौकी पर तैनाती के दौरान गैंग ने उससे दुष्कर्म के आरोप में फंसाकर वसूली करने के बाद समझौता कराया था। उससे 70 हजार कैश के अलावा एक चेक लिया गया था, हालांकि चेक वाली रकम को भुना नहीं सके थे।
एसएसपी ने शिकायत पर कोतवाली एक्सप्रेस वे को एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया है। अबतक ब्लैकमेलिंग के शिकार तीन पीड़ितों की शिकायत पर कोतवाली सेक्टर 39 में एफआइआर दर्ज हो चुकी है। एसएसपी से की गई शिकायत के अनुसार पीड़ित टैक्सी चालक सेक्टर-132 स्थित नंगली वाजिदपुर गांव में रहता है।
टैक्सी चालक को ऐसे बनाया शिकार
चालक का आरोप है कि 31 जनवरी को दोपहर के समय एक महिला ने टैक्सी बुककर उसके नंबर पर फोन करके जेपी अस्पताल के पास बुलाया। वहां पहुंचने पर महिला ने कहा कि उसे यहां रहने के लिए कमरा चाहिए। वह व उसके पति बेरोजगार हैं। यहीं पर नारियल पानी का काम करना चाहते हैं।
इसके बाद कैब चालक ने अपने मकान के पास एक खाली पड़े कमरे को महिला को दिखा वापस अस्पताल के पास छोड़ा। उस समय किराये के पैसे देते हुए महिला ने कल पति के साथ आकर कमरा देखकर फाइनल करने की बात कही थी। उसी दिन शाम सात से आठ बजे के बीच महिला पुलिस की गाड़ी से उनके घर पहुंची। इसके बाद चालक व उसकी कार को सेक्टर 132 चौकी ले जाया गया। वहां चौकी प्रभारी सुनील शर्मा से पकड़ने का कारण पूछने पर बताया कि महिला ने उनके खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत की है।
ट्रैक्सी चालक को धमकाया
इसके बाद महिला ने अपने पति सहित कुछ अन्य लोगों को बुलाकर उन्हें धमकाया। बाद में वहां मौजूद लोगों ने 10 लाख रुपये में समझौता कराने की बात कही। इस दौरान चौकी इंचार्ज ने भी कहा कि फैसला करने में ही भलाई है। काफी देर तक हुई बातचीत के बाद आरोपित ने अपने अकाउंट से 70 हजार रुपये दो डेबिट कार्ड से निकाल कर दिए। बाद में उसकी कार चौकी पर चार लाख 30 हजार रुपये लेने के लिए रखवा ली गई। इसके बाद पीड़ित चालक ने बाकी की रकम चेक देकर अपनी कार छुड़वाई।
फोन से दी धमकी
हालांकि चेक का भुगतान नहीं हुआ है। भुगतान को लेकर विभिन्न नंबरों से उसे धमकी दी गई। फोन पर धमकी देने वाला व्यक्ति स्वयं को फरीदाबाद में तैनात एसआइ बताता है। इसके अलावा कोई अपने को वकील तो कोई पुलिसवाला बताते हुए कहते हैं कि चेक क्लियर नहीं कराया तो फरीदाबाद में भी दुष्कर्म की एफआइआर दर्ज करा देंगे। 12 जून को मीडिया में खबर आने पर इस गैंग के पकड़े जाने बारे में टैक्सी चालक को पता लगा तो एसएसपी से शिकायत की है। कैब चालक का आरोप है कि गैंग के कुछ लोग व चौकी इंचार्ज सुनील शर्मा ने धोखाधड़ी व छल कर रकम वसूल की है।
उधर, एसएसपी वैभव कृष्ण ने कहा कि एक और पीड़ित ने शिकायत दी है, एफआइआर दर्ज करने के आदेश दे दिए गए हैं। इस मामले में सब इंस्पेक्टर सुनील शर्मा के विस टाउन पर तैनाती के दौरान गैंग ने ब्लैकमेल कर वसूली की है।
सोमवार रात हुआ था गैंग का पर्दाफाश
सोमवार रात एक शिकायत के बाद एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए दो कांस्टेबल को रंगे हाथ व चौकी प्रभारी सेक्टर 44 सुनील शर्मा, तीन पीसीआर चालक, दो युवती सहित 15 लोगों को ब्लैकमेलिंग सहित अन्य आरोप में गिरफ्तार किया था।
उस दौरान सामने आया था कि इस गैंग में शामिल युवतियां रात के समय कार से निकल रहे लोगों से लिफ्ट लेकर सेक्टर 44 चौकी क्षेत्र की पीसीआर तक जाती थी व छेड़छाड़ या दुष्कर्म का आरोप लगाती थी। इसके बाद पीसीआर पर सवार पुलिसकर्मी कार सवार को पकड़कर चौकी लाते थे। वहां चौकी प्रभारी की मौजूदगी में गैंग में शामिल सभी लोग पहुंचते थे।
वहां कार सवार को पीड़िता के आरोप पर जेल भेजने का डर दिखा ब्लैकमेल कर वसूली होती थी। गैंग में शामिल लोगों की भूमिका व ब्लैकमेलिंग में मिलने वाली रकम में हिस्सेदारी तय थी। गैंग के पर्दाफाश होने के दौरान एसएसपी ने कहा था कि चौकी प्रभारी इससे पहले विस टाउन पर तैनात था, आशंका है कि वहां पर तैनाती के दौरान से ही यह काम चल रहा है।
दिल्ली- NCR की ताजा खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप